जोधपुर में राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी: डिजिटल क्रान्ति के स्वप्नों को मिलेगा सुनहरा आकार

विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। राजस्थान में युवाओं के स्वर्णिम भविष्य की संकल्पनाओं को साकार करने की दिशा में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा तमाम संभावनाओं को पूरा करने के लिए व्यापक स्तर पर अनथक प्रयास किए जा रहे हैं।
युवाओं के शैक्षिक, प्रशैक्षणिक, सहशैक्षिक विकास की योजनाओं और कार्यक्रमों, मागदर्शन एवं प्रोत्साहन के लिए आर्थिक सम्बल जैसे कई ऐतिहासिक आयामों के साथ ही वैश्विक जरूरतों के अनुरूप सूचना संचार तकनीक, अत्याधुनिक नेटवर्किंग और डिजिटल विश्व से जोड़ने के लिए जो कुछ किया जा रहा है वह अपूर्व तो है ही, प्रदेश के युवाओं के सुनहरे भविष्य और आईटी क्षेत्र के लिए सरकार का वह तोहफा है जिसे पीढ़ियां याद रखेंगी।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर जोधपुर में राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थाओं की पहले से मौजूदगी के साथ ही अब डिजिटल यूनिवर्सिटी बनने से जोधपुर देश भर में अपनी तरह के ख़ास डिजिटल पॉवर हाऊस के रूप में उभरकर अपनी पहचान कायम करेगा।


मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में चल रहे राजस्थान डिजीफेस्ट -2022 में 13 नवम्बर, रविवार को राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी का वर्चुअल शिलान्यास करेंगे।
मुख्यमंत्री बजट घोषणा 2021-22 में घोषित फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी की 672 करोड़ की लागत से होने जा रही है। यह राजस्थान की पहली और देश की दूसरी डिजिटल यूनिवर्सिटी होगी। केरल के बाद अब राजस्थान भी इसके माध्यम से तकनीकि और डिजिटल युग के नवीन क्षेत्र में प्रवेश करने जा रहा है।
राज्य के सूचना प्रौद्योगिक और संचार विभाग के देखरेख में फिनटेक जोधपुर जिले में नागौर मार्ग पर करवड़ में आईआईटी के पास यूनिवर्सिटी 41.25 एकड़ क्षेत्रफल में 672.50 करोड रुपए में बनाई जा रही राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी का निर्माण मार्च-2024 तक पूर्ण होना निर्धारित है।

उद्देश्य
इस बहुद्देश्यीय यूनिवर्सिटी की स्थापना से समाज-जीवन और प्रदेश-देश में सामाजिक एवं आर्थिक विकास से लेकर सामुदायिक तरक्की के विभिन्न क्षेत्रों को सम्बल प्राप्त होगा।
ख़ासकर प्रशिक्षित मानव संसाधनों की मांग पूरी करने, सामाजिक विज्ञान, कला, साहित्य, इतिहास, क्षेत्रीय अध्ययन, भाषा, मीडिया व प्रबंधन में तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने, शिक्षा, विधि, अर्थशास्त्र, प्रबंधन, गवर्नेंस, नीति निर्माण जैसे बहुआयामी क्षेत्रों में तकनीक आधारित शोध को बढ़ावा दिए जाने के साथ ही जोधपुर तथा प्रदेश के युवाओं को आर्थिक, वित्तीय, डिजिटल और तकनीकी विषयों के आधुनिकतम ज्ञान से रूबरू कराने और इन क्षेत्रों में नई पीढ़ी के कौशल विकास की दृष्टि से अप्रत्याशित लाभ एवं आशातीत सफलता हासिल होगी।

विकसित होगा कम्प्यूटिंग का ग्लोबल हब
फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ कम्प्यूटर साइंस एण्ड आईटी, फाइनेंस एण्ड अकाउंटिंग, डाटा एनालिटिक्स और एनालिटिकल मैथेमेटिक्स जैसे केन्द्रों की स्थापना की जाएगी।
इसके तहत निजी क्षेत्रों के सहयोग से विभिन्न अत्याधुनिक तकनीक आधारित कोर्स उपलब्ध करवाए जाएंगे। साथ ही आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचैन, डाटा एनालिटिक्स, रोबोटिक्स, बायो-कम्प्यूटिंग, ट्रांसफॉर्मिंग लाइव्स एण्ड डिसरप्टिंग कन्वेंशन मॉडल ऑफ वर्क एंड बिजनेस जैसे एक्सीलेंस केंद्रों की स्थापना भी प्रस्तावित हैं।
विश्वविद्यालय का बहुमंजिला भवन अत्याधुनिक व अंतरराष्ट्रीय मानक का होगा जो दूर से ही वर्चुअल दुनिया का आभास करवाने वाला होगा। प्रस्तावित विश्वविद्यालय के नाम में जोड़ा गया शब्द फिनटैक फाइनेंस और टेक्नोलॉजी के कॉम्बिनेशन को इंगित करता है, अर्थात् विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में तकनीक आधारित वित्तीय सेवाओं के त्वरित आदान-प्रदान पर भी फोकस किया जाएगा।
इसके लिए मांग के अनुसार अतिरिक्त भूमि के आवंटन की कार्यवाही जोधपुर विकास प्राधिकरण के स्तर पर प्रक्रियाधीन है। वित्त विभाग द्वारा संशोधित बजट 672.45 करोड़ की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी गयी है।
विभिन्न पाठ्यक्रमों का संचालन
इसमें एक साथ 31 पाठ्यक्रम संचालित होंगे, जो मुख्यतया फाइनेंस व टेक्नोलॉजी से संबंधित होंगे। यूनिवर्सिटी में मुख्य रूप से फाइनेंस की ही पढ़ाई होगी। इन पाठ्यक्रमों से प्रत्येक वर्ष में 4 हजार विद्यार्थी कोर्स करके निकलेंगे। पाठ्यक्रम के संचालन के लिए 50 करोड़ रुपए की धनराशि का प्रावधान रखा गया है। सभी पाठ्यक्रम 4 स्कूलों के मार्फत संचालित होंगे।
इसमें स्कूल ऑफ फाइनेंशियल इनफॉरमेशन सिस्टम, स्कूल ऑफ फाइनेंसियल टेक्नोलॉजी इंस्ट्रूमेंट एण्ड मार्केट, स्कूल ऑफ फाइनेंशियल सिस्टम एंड एनालिटिक्स और स्कूल ऑफ फिनटेक इन्नोवेशन एण्ड एंटरप्रेन्योरशिप शामिल है। अपनी तरह का यह अनूठा यह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जोधपुर को गौरव प्रदान करेगी।
अत्याधुनिक इमारतें होंगी आकर्षण का केन्द्र
सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, जोधपुर के एसीपी, उप निदेशक श्री जे.पी. ज्याणी के मुताबिक इस विश्वविद्यालय में मुख्य रूप से अकेडमिक ब्लॉक, वर्कषॉप, गेस्ट हाउस, डीन रेजिडेन्स, फैकल्टी ब्लॉक, नॉन टीचिंग स्टाफ ब्लॉक, हॉस्टल व प्लेग्राउण्ड का निर्माण किया जायेगा। यूनिवर्सिटी में दो एकेडमिक ब्लॉक बनेंगे। इनमें से प्रत्येक अकादमिक ब्लॉक ग्राउण्ड फ्लोर सहित 8 मंजिला होगा। इसमें 20 स्मार्ट क्लासरूम होंगे। तीन मंजिल की वर्कशॉप बनाई जाएगी, जिसमें विश्वस्तरीय अत्याधुनिक सुविधाएं होगी। नौ मंजिल का शिक्षक आवास, 7 मंजिल का गैर शिक्षकों का आवास, तीन मंजिल का निदेशक व डीन का कार्यालय, 9 मंजिल का छात्रावास और 2 मंजिल का गेस्ट हाउस बनाया जाएगा। सभी इमारतें एक सीध में तीन ब्लॉक में होंगी। फिनटेक यूनिवर्सिटी का काम तेजी से चल रहा है। फिलहाल चारदीवारी का काफी हद तक काम हो चुका है। विश्वविद्यालय के लिए सरकार द्वारा प्रथम किश्त के तौर पर प्रदत्त 8 करोड़ रुपए का काम पूरा हो गया है।
3 से 4 साल के होंगे स्नातक पाठ्यक्रम
फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी में सर्टिफिकेट कार्यक्रम एक साल, स्नातकोत्तर कार्यक्रम 2 साल और स्नातक कार्यक्रम 3 से 4 साल तक के होंगे। प्रत्येक क्लास में 30 अथवा 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। हर साल 10 विद्यार्थी पीएचडी करके निकलेंगे।
इसमें कई सारे महत्त्वपूर्ण पाठ्यक्रमों की सुविधा उपलब्ध होगी। इनमंे 7 सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम, 16 स्नातक पाठ्यक्रम, 8 स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम, 10 पीएचडी स्टूडेंट पाठ्यक्रमों सहित कुल 31 पाठ्यक्रम संचालित होंगे। इस विवि में हर साल 4 हजार विद्यार्थियों को डिग्री मिलेगी।
सूर्य नगरी में स्थापित होने जा रही राजीव गांधी डिजिटल फिनटेक यूनिवर्सिटी इस क्षेत्र का परिदृश्य बदल कर रखने वाली सिद्ध होगी। आने वाले समय की मांग और जरूरतों के अनुरूप डिजिटल प्रतिभाओं को निखारने वाली इस यूनिवर्सिटी में विशेषकर साइबर सुरक्षा और तेजी से बदलती तकनीक के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंक, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स ऑटोमेशन व कंप्युटरीकृत उत्पादन पर फोकस किया जाएगा।
डिजिटल यूनिवर्सिटी का ये है नया कंसेप्ट
पूरी दुनिया इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं पर निर्भर होती जा रही है। वित्तीय सेवाओं से लेकर छोटे-बड़े सारे कार्यों के लिए लोगों की अब इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में अब साइबर अटैक का खतरा भी पाँव पसारने लगा है। इससे निपटने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की पूरी फौज की जरूरतों को यह पूरा करेगी ताकि आने वाले समय में देश के लोगों को साइबर अटैक से बचाया जा सके। वर्तमान में तकनीक के क्षेत्र में निरन्तर होते जा रहे बदलावों के साथ आईबर सुरक्षा की दृष्टि से सांजस्य बिठाते हुए नई तकनीक का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए भी जोधपुर में स्थापित हो रही डिजिटल फिनटेक यूनिवर्सिटी लाभदायी सिद्ध होगी।
इससे दिल्ली, बैंग्लोर, मुम्बई, हैदराबाद, पूणे, चेन्नई आदि महानगरों में संचालित शिक्षण संस्थानों के समकक्ष नई पीढ़ी को लाभान्वित करने की दिशा में सरकार का यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा।
इन पाठ्यक्रमों पर रहेगा फोकस
इस यूनिवर्सिटी में मुख्य रूप से चार पाठ्यक्रमों का संचालन होगा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(एआई), इंटरनेट ऑफ थिंक(आईओटी), मशीन लर्निंग(एमआई), रोबोटिक्स, ऑटोमेशन व कंप्युटरीकृत मैन्युफैक्चरिंग। अधिकांश पढ़ाई ऑनलाइन होगी। ऐसे में ज्यादा बड़े बिल्डिंग्स स्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं रहेगी बल्कि प्रेक्टिकल के लिए लैब्स एवं सॉफ्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की ही आवश्यकता रहेबी।
स्टार्टअप को मिलेगा बेहतर प्लेटफार्म
वर्तमान में जोधपुर में एम्स, आईआईटी, फैशन इंस्टीट्यूट, फुटवियर डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट, कृषि विश्वविद्यालय, एमबीएम इंजीनियरिुंग यूनिवर्सिटी, एनएलयू, काजरी, आफरी व डेजर्ट मेडिसन रिसर्च सेंटर, रिमोट सेंसिंग सेंटर सहित कई संस्थान हैं। इन सभी के साथ यह एक महत्त्वपूर्ण सहयोगी की भूमिका निभा सकेगा। साथ ही यहां से निकलने वाले छात्रों के माध्यम से स्टार्ट अप कल्चर को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टार्टअप निखरेंगे और इनका लाभ जोधपुर एवं राजस्थान प्रदेश को मिलेगा।
डिजिटल क्रांति का सपना होगा साकार
इस विश्वविद्यालय के माध्यम से नए जमाने के अनुरूप व्यापक तौर पर डिजिटल क्रांति का सपना साकार किया जा सकेगा। इसमें नई तकनीकों पर गहनता से अध्ययन कराया जाएगा। इसके साथ ही इस तकनीक का उपयोग वित्तीय सेवाओं के साथ ही कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा व उद्योगों में किए जाने लायक बेहतर प्लेटफार्म विकसित किया जाएगा, ताकि इसका लाभ आम आदमी तक तेजी से पहुंच सके। इससे जोधपुर में  पहले से विद्यमान कृषि व स्वास्थ्य से जुड़े बेहतरीन संस्थानों को भी तकनीकी लाभ प्राप्त होगा। इसके साथ ही औद्योगिक विकास की दृष्टि से समृद्ध जोधपुर में बड़ी संख्या में संचालित उद्योग भी इस नई यूनिवर्सिटी के साथ टाईअप कर अपने उद्योगों को नई तकनीक से अपग्रेड कर सकेंगे।
युवा शक्ति को पारंगत करने में अहम् सिद्ध होगा
फिनटेक डिजिटल इंस्टीट्यूट युवा शक्ति को डिजिटल एवं सूचना क्रान्ति के माध्यम से नवीन और उभरती टेक्नालॉजी में पारंगत करने में अहम् भूमिका निभाएगा। यह संस्थान जोधपुर ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान के लिए डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
यह विश्वविद्यालय न केवल जोधपुर बल्कि प्रदेश और देश के कई संस्थानों के लिए तकनीकी क्षेत्रों में सहयोगी भूमिका अदा करने वाला सिद्ध होगा। राजस्थान को देश तथा दुनिया में यह विश्वविद्यालय गौरव प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा से हो रहे इस तरह के तमाम कार्य सदियों तक अविस्मरणीय बने रहकर लोक कल्याण और बहुआयामी विकास के लिए अनुकरणीय प्रेरणा का संचरण करते रहेंगे।