विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग परिवार कल्याण क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर व आमजन को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवा राज्यस्तर पर अव्वल रहा है। विभाग इससे पहले भी परिवार कल्याण क्षेत्र में लगातार उल्लेखनीय प्रदर्शन करता आया है, जिसकी बदौलत जिले में जनसंख्या वृद्धि पर अंकुश लगा हुआ है। जिला कलेक्टर रूकमणि रियार सिहाग के निर्देशन व सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा के नेतृत्व में हासिल हुई विभाग की इस उपलब्धि पर विश्व जनसंख्या दिवस के उपलक्ष में राज्यस्तर पर 11 जुलाई का आयोजित समारोह में विभागीय टीम पुरस्कृत होंगी। जिला कलेक्टर ने इस उपलब्धि के लिए सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा व एसीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता सहित पूरी टीम की सराहना की है।
सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम का सदैव प्रयास रहता है कि आमजन को बेहतर व उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं मिले। इसी कड़ी में परिवार कल्याण कार्यक्रम श्रीगंगानगर के लिए हमेशा प्राथमिकता में रहा और यही वजह है कि इस बार हमारा जिला राज्य में पहले स्थान पर रहा है। जिसके चलते विभाग को 11 लाख रुपए की पुरस्कार राशि व प्रशस्ति पत्र मिलेगा।
राज्य में जिले के साथ ही जिलास्तर पर पंचायत समिति पदमपुर अव्वल रही है, जिसे दो लाख रुपए और सीएचसी अनूपगढ़, पीएचसी डूंगरसिंहपुरा, ग्राम पंचायत मिर्जेवाला, चक गणेशगढ़, 12ए, दो एसडी संगीता, 15ओ, 11ईईए, खाटां एवं 18 पी को 50-50 हजार रुपए की नगद राशि का पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र मिलेगा। सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि विभाग की ओर से परिवार कल्याण क्षेत्र में महिला व पुरुष नसबंदी के साथ ही कंडोम, छाया, अंतरा इंजेक्शन व पीपीआईयूसीडी सहित अन्य सेवाएं नि:शुल्क व गुणवत्तापूर्ण उपलब्ध करवाई जा रही है। नियमित रूप से जिले में नसबंदी शिविर आयोजित होते हैं, जिनमें आमजन का उत्साह भी सराहनीय है। इसी तरह सभी सीएचसी, पीएचसी व यूपीएचसी पर परिवार कल्याण कॉर्नर स्थापित किए गए हैं ताकि योग्य दंपतियों को परिवार कल्याण के अस्थाई साधन आसानी से उपलब्ध हो सकें। सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि परिवार कल्याण की इस उपलब्धि में एनएचएम टीम, ब्लॉक टीम सहित फील्ड के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों का अहम योगदान रहा। वहीं विभाग के आईईसी अनुभाग की ओर से आमजन को व्यापक स्तर पर जागरूक किया जा रहा है। वर्तमान में सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं सहित योग्य दंपतियों तक पहुंच स्थापित कर उन्हें परिवार कल्याण के प्रति जागरूक किया जा रहा है।