विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। अजय कुमार सिंघल ने सोमवार को उत्तर रेलवे के अपर महाप्रबंधक के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इससे पूर्व श्री सिंघल आरईएमसीएल/राइट्स में सीईओ के पद पर कार्यरत थे
श्री सिंघल वर्ष 1986 इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा बैच के आईआरएसईई अधिकारी हैं। इन्होंने जीबी पंत विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और आईआईटी दिल्ली से पावर सिस्टम्स में स्नातकोत्तर किया है। इन्हें रोलिंग स्टॉक डिजाइनए निरीक्षण, उत्पादन और रखरखाव के साथ-साथ बिजली आपूर्ति प्रणालियों के क्षेत्र में 34 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त है। इन्होंने चार जोनल रेलवे (उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, मध्य रेलवे और दक्षिण मध्य रेलवे), आरडीएसओ लखनऊ और चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में कार्य किया है। विदेश मंत्रालय में प्रतिनियुक्ति के दौरान 4 वर्ष तक श्री सिंघल ने 2014 से भारतीय दूतावास, पेरिस/फ्रांस में उप रेल सलाहकार के रूप में कार्य किया है तथा वे बीईई द्वारा प्रमाणित ऊर्जा प्रबंधक हैं।
इन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य करते हुएए कई प्रतिष्ठित परियोजनाओं जैसे मुंबई उपनगर के लिए 3 फेज वाले ईएमयू का डिजाइन और विकास, प्रारंभिक चरण के दौरान बीएचईएल द्वारा निर्मित डब्ल्यूएजी-5 इंजनों के अनुकूल निर्मित बोगियों का रख-रखाव, मुंबई उपनगरीय प्रणाली और एलएचबी कोचों के बिजली संबंधी रखरखाव और ईएमयू के आवधिक ओवरहॉल के अलावा डब्ल्यूएजी-7 और डब्ल्यूएपी श्रेणी के इंजनों के निर्माण का कार्य किया है। राष्ट्रीय परियोजना समन्वयक के रूप में, यूएनडीपी और भारतीय रेल की ऊर्जा दक्षता पर एक परियोजना को रेल सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस), अनुसंधान, अभिकल्प और मानक संगठन (आरडीएसओ), आईआरआईईएन और जोनल रेलवे के साथ सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया गया था। इन्होंने उत्तर रेलवे पर मुरादाबाद मण्डल के अपर मण्डल रेल प्रबंधक और मण्डल रेल प्रबंधक और उत्तर मध्य रेलवे में प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर के रूप में भी कार्य किया है।
इन्हें प्रशिक्षण और अन्य तकनीकी दौरों के लिए एडी ट्रांज़ स्विट्जरलैंड, सीमेंस जर्मनी के साथ-साथ इनसीड सिंगापुर, आईसीएलआईएफ मलेशिया, आईएसबी हैदराबाद, एनएआईआर वडोदरा और एसडीए बोकोनी बिजनेस स्कूल, इटली में प्रबंधन प्रशिक्षण के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था।
श्री सिंघल ने भारतीय रेल पत्रिका में कई लेख लिखे हैं। वह आईआरआईटीएम और उत्तर रेलवे पर विभिन्न एमडीपी पाठ्यक्रमों के विजिटिंग फैकल्टी (अतिथि संकाय) भी हैं। (फोटो सहित)