विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। बारिश के इन दिनों में मच्छर जनित बीमारियों की आशंका बढ़ गई है। इसके मद्देनजर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मौसमी बीमारियों से संबंधित एंटीलार्वल व जागरूकता गतिविधियां को नियमित रूप से कर रहा है। वहीं जिला कलेक्टर के निर्देशों पर ‘हमारा स्वास्थ्य, हमारी जिम्मेदारी’ अभियान एक जुलाई से लगातार चल रहा है, जिसके तहत विभिन्न गतिविधियां की जा रही हैं। जिला कलेक्टर अंशदीप ने इस संबंध में सभी विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं और आमजन से अपील की है कि सावधानी बरतें, मच्छरों को पनपने न दें एवं नियमित रूप से साफ-सफाई करें।
सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता ने बताया कि संभावित मौसमी बीमारियों के मद्देनजर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है और नियमित रूप से एंटीलार्वल गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। विभाग ने मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए 586 टीमें गठित की हैं जो आवश्यक गतिविधियां कर रही हैं। जिलास्तरीय कंट्रोल रूम व रेपिड रेस्पोंस टीम भी गठित की गई है। इसके साथ ही सभी चिकित्सा अधिकारियों को पाबंद किया गया है कि वे अपने एरिया में निगरानी रखें, अंतरविभागीय समन्वय बनाएं, दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें और आमजन को मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक करें। उन्होंने बताया कि अब मच्छरों पर अंकुश लगाना जरूरी है, जिसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी मच्छरों को पनपने से रोकना है इसलिए हमें अपने घर से शुरूआत करनी होगी। घर में रखे गमले, मटके, छतों पर अनावश्यक पड़े टायर, कबाड़ आदि में मच्छर पनपते हैं। इसी तरह घर के भीतर भी बेम्बू, बोतल आदि में लगे पौधों में भी लार्वा पैदा हो जाते हैं, इनके पानी को सप्ताह में एक या दो बार अवश्य बदलें। इन हालात में जरूरी है कि हम नियमित रूप से सफाई अभियान घर में भी चलाएं और हर सप्ताह एक से दो घण्टे घर की पूर्ण सफाई के लिए निकालें। घरों के आस-पास भी पानी एकत्रित न होने दें। कूलर व फ्रीज के पीछे लगी ट्रे को नियमित रूप से साफ करें। सीओआईईसी विनोद बिश्रोई ने बताया कि इन दिनों बारिश के साथ ही आस-पास पानी का ठहराव हो जाता है, लिहाजा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या विभागीय कंट्रोल रूम नंबर 0154-2445071 पर सूचना दें ताकि आवश्यक गतिविधि की जा सके। विभागीय टीमें लगातार गतिविधियां कर रही हैं, फिर भी आमजन का जागरूक होना बेहद जरूरी है। आमजन डेंगू व मलेरिया आदि की जागरूकता सामग्री चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आईईसी श्रीगंगानगर से हासिल कर सकते हैं। वहीं मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए 24&7 जिलास्तरीय कंट्रोल एवं रेपिड रेस्पान्स टीम का गठन किया गया है।