आमजन की जेब से इलाज के बचे करोड़ों रुपए, मिल रहा नि:शुल्क इलाज-चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जिलावासी लाभान्वित, 32 निजी हॉस्पीटल दे रहे सेवाएं

विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। आमजन के लिए मुफीद साबित हो रही मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत करीब एक वर्ष के अंतराल में ही साढ़े 45 करोड़ रुपए आमजन की जेब से बच गए और उनका योजना के तहत नि:शुल्क उपचार हुआ। योजना में जिले के 32 निजी हॉस्पीटल जुड़ चुके हैं और वे बेहतर इलाज मुहैया करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा के निर्देशानुसार जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार मोनिटरिंग व निरीक्षण कर योजना को और अधिक सुदृढ़ बनाने का हर संभव प्रयास कर रहें हैं। जिला कलक्टर रूकमणि रियार सिहाग के निर्देशन में सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा व उनकी टीम स्वास्थ्य मेलों के जरिए इन दिनों आमजन को योजना के प्रति जागरूक कर रहे हैं ताकि श्रीगंगानगर जिले का हर परिवार इस योजना से जुड़ सके।


सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि योजना में एक मई 2021 से अब तक 58 हजार 982 पैकेज बुक हुए। इस अंतराल में राज्य सरकार ने 45 करोड़ 63 लाख 64 हजार आठ सौ 35 रुपए खर्च कर आमजन का नि:शुल्क उपचार मुहैया करवाया। इस अवधि में सरकारी अस्पतालों में जिला अस्पताल ने सर्वाधिक 10955 पैकेज बुक किए, जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पहले स्थान पर श्रीकरणपुर सीएचसी, दूसरे स्थान पर घड़साना सीएचसी व तीसरे स्थान पर अनूपगढ़ सीएचसी में सर्वाधिक पैकेज बुक हुए। इसी तरह निजी हॉस्पीटलों में पहले स्थान पर डॉ. एसएस टांटिया एमसीएच रिसर्च सेंटर, दूसरे स्थान पर एपेक्स मल्टीस्पेशलिस्ट हॉस्पीटल सूरतगढ़ एवं तीसरे स्थान पर आस्था किडनी एवं जनरल हॉस्पीटल ने सर्वाधिक पैकेज बुक कर आमजन को लाभान्वित किया गया।

जिले में अब तक 32 निजी हॉस्पीटल जुड़ चुके हैं, जबकि जिला अस्पताल व 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के जरिए सरकारी हॉस्पीटलों में भी इस योजना के तहत आमजन को राहत दी जा रही है। योजना की मोनिटरिंग के लिए सरकार की ओर से डॉ. सुनील बिश्रोई को डीपीसी के पद पर नियुक्त किया है ताकि नियमित मोनिटरिंग हो सके एवं मरीजों, हॉस्पीटलों व विभाग के बीच बेहतर समन्वय भी बन सके। डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि इन दिनों आयोजित हो रहे स्वास्थ्य मेलों में चिरंजीवी योजना की व्यापक आईईसी की जा रही है ताकि सभी जिलेवासी योजना से जुड़ सकें।

सीओआईईसी विनोद बिश्रोई ने बताया कि जिला मुख्यालय पर स्थित आस्था किडनी अस्पताल, आदर्श नर्सिंग होम, आंचल अस्पताल, एंजल अस्पताल, बंसल सुपरस्पेशलिस्ट अस्पताल(शिवचौक), डॉ. एसएस टांटिया एमसीएच रिसर्च सेंटर, जयपुर मदर एण्ड चाइल्ड केयर अस्पताल, जिंदल ईएनटी अस्पताल, लालगढिय़ा अस्पताल, मेक्स केयर अस्पताल, नागपाल किडनी एण्ड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, पेड़ीवाल नर्सिंग होम, पीएमजी अस्पताल, रेनबो अस्पताल, राजोतिया अस्पताल, एसएन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, श्री बालाजी अस्पताल, श्री ओम सांई, श्री उत्तम अस्पताल, शुभम मल्टीस्पेशलिस्ट अस्पताल, सिहाग अस्पताल, टांटिया जनरल अस्पताल, सूतरगढ़ का एपेक्स मल्टीस्पेशलिस्ट अस्पताल, नीलकंठ अस्पताल, वसुंधरा अस्पताल, जीडी अस्पताल व गुरुसर मोडिया स्थित शाह सतनाम जी जनरल अस्पताल, रायसिंहनगर का अग्रवाल नर्सिंग होम और श्री बालाजी अस्पताल, सादुलशहर का आयुष्मान अस्पताल व आकाशदीप अस्पताल और श्रीकरणपुर का बेनीवाल हॉस्पीटल शामिल है।