विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल आंगनबाड़ी के रूप में विकसित करने एवं डिस्ट्रिक्ट कलक्टर इन्टर्नशिप प्रोग्राम (डीसीआईपी) की समीक्षा बैठक शनिवार सुबह जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार सिहाग की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में हुई।
इस दौरान जिला कलक्टर ने 1 जून तक आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी के रूप में विकसित करने के निर्देश देते हुए कहा कि सराहनीय काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाने के लिए सभी मापदंडों को पूरा करते हुए गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि इनमें आने वाले बच्चों को निर्धारित सुविधाएं मिलनी चाहिएं। विकास अधिकारियों से अब तक की प्रगति की जानकारी लेते हुए जिला कलक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों में न्यूट्री गार्डन, हाइट चार्ट, वेट मशीन, बुक रैक, व्हाइट बोर्ड और खिलौनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि बच्चों को हैंड वॉशिंग की जानकारी और नर्सरी राइम्स सुनने की सुविधा भी मिल सके, ऐसी व्यवस्थाएं भी की जाएं।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मुहम्मद जुनैद ने बताया कि 1 जून तक गंगानगर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल के रूप में घोषित किया जाना है। इसलिए निर्धारित अवधि में विकास अधिकारी अपने अधीनस्थ क्षेत्रों के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल रूप में विकसित कर लेवें। न्यूट्री गार्डन को बेहद महत्वपूर्ण कंपोनेंट बताते हुए श्री जुनैद ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में वॉल पेंटिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं चाइल्ड फ्रेंडली हों, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
बैठक में डिस्ट्रिक्ट कलक्टर इंटर्नशिप प्रोग्राम पर भी चर्चा करते हुए जिला कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक श्री विजय कुमार, श्री अरविंदर सिंह, श्री अमरजीत लहर मौजूद रहे जबकि सभी पंचायत समितियों के विकास अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।