झूलेलाल मंदिर के विकास के लिए डोटासरा ने पर्यटन विभाग की ओर से दो वित्तीय वर्षों में 35 लाख रुपए देने की की घोषणा
विनय एक्सप्रेस समाचार,सीकर। सिंधी समाज के पावन त्यौहार झूलेलाल जयंती के अवसर पर शहर की शेखपुरा मोहल्ला स्थिति झूलेलाल मंदिर में मनाए जा रहे झूलेलाल जयंती कार्यक्रम में शिक्षा, पर्यटन एवं देवस्थान राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा शामिल हुए।
इस अवसर पर शिक्षा, पर्यटन एवं देवस्थान राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि झूलेलाल जयंती के अवसर पर मैं सिंधी समाज के तमाम लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। डोटासरा ने कहा कि झूलेलाल एक ऎसे महापुरुष थे जिन्होंने समाज को एक रास्ता दिखाया और आज जो भी कुछ समाज के लोग करते हैं एवं लोगों में सेवा भावना, इच्छा जो व्याप्त है वह ऎसे महापुरुषों की ही देन है। डोटासरा ने कहा सीकर में स्थित झूलेलाल मंदिर काफी पुराना मंदिर है जहां केवल सिंधी समाज ही नहीं सभी समाज के लोगों में इस मंदिर के प्रति आस्था है एवं लोग यहां आते रहते हैं।
शिक्षा राज्य मंत्री डोटासरा ने कहा कि झूलेलाल मंदिर के जीर्णोद्वार के लिए पर्यटन विभाग की ओर से 2 वित्तिय वर्षों में 35 लाख रुपये दिये जाएंगे। डोटासरा ने कहा कि झूलेलाल मंदिर आस्था का केंद्र है एवं आसपास के क्षेत्र के निवासियों के यह मंदिर काम आ सके जिसके लिए मंदिर का विकास होना आवश्यक है। डोटासरा ने कहा कि यदि किसी स्थान पर सुख-सुिवधाएं बढ़ती है तो वहां पर्यटक भी आते हैं और संस्कृति भी जीवित रहती है। उन्होंने नवरात्रा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी जाति, संप्रदाय एवं धर्म के लोगों को मिल-जुल कर रहना चाहिए एवं देश में अमन एवं चैन का माहौल रहे और साथ ही हम और प्रगति करें।
उन्होंने कहा कि सीकर जिला मेरा गृह जिला है तो ऎसे में मेरा यही प्रयास है कि राज्य सरकार के द्वारा ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य मेरे द्वारा क्षेत्र में करवाएं जाए। डोटासरा ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन की दृष्टि से शेखावाटी सर्किट को चिन्हित किया गया है एवं इसके अलावा हर्ष के ऊपर भी 6 करोड़ रूपये की लागत से सड़क बनने का कार्य शुरू हो गया है तथा आने वाले समय में खाटूश्यामजी में पांच करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य होंगे एवं सालासर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, नवलगढ़, सीकर एवं लोहार्गल समेत सभी धार्मिक स्थानों के लिए राज्य सरकार का उद्देश्य है कि यहां सुविधाओं एवं पर्यटन की दृष्टि से अधिक से अधिक विकास हो ।