वीसी के माध्यम से जिला स्तरीय अधिकारियों ने की विभागीय योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा : नवनियुक्त कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिर्स सीएचओ को दिए दिशा निर्देश

आमजन को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध कराने पर दिया जोर सीकर जिले के कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर्स को दी जानकारी

विनय एक्सप्रेस समाचार, सीकर। चिकित्सा विभाग की ओर से मंगलवार को विभागीय योजनाओं, कार्यक्रमों व गतिविधियों की समीक्षा की गई। इस दौरान नवनियुक्त कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिर्स (सीएचओ) को दिशा निर्देश दिए गए। प्रदेशभर में सीकर जिले ने पहल करते हुए नवनियुक्त सीएचओ को उनके दायित्वों, कर्तव्य के साथ विभागीय योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी दी गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी के निर्देशन में हुई वीडियो कान्फ्रेंस में
जिला स्तरीय अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं, कार्यक्रमों व गतिविधियों की समीक्षा करते हुए
नवनियुक्त सीएचओ को इनकी जानकारी भी दी। वीसी में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह ने गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण, नव प्रसूता को दी जाने वाली सेवाओं व सुविधाओं की ब्लॉकवार समीक्षा करते हुए सीएचओ को इनकी जानकारी दी। उन्होंने संपूर्ण
टीकाकरण से वंचित बच्चों की ब्लॉकवार समीक्षा करते हुए संबंधित बीसीएमओ स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिए। साथ ही सीएचओ को एएनएम, आशा सहयोगिनियों द्वारा प्रत्येक गुरूवार को आंगनबाडी केंद्र व संस्थान पर किए जाने वाले टीकाकरण की बीसीएमओ के निर्देशन में मॉनिटरिंग करने और समुदाय स्तर पर लोगों को विभागीय योजनाआें के लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी सीएचओ को समुदाय को साथ लेकर कार्य को अंजाम देने के निर्देश दिए, ताकि राज्य सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों से सीधे आमजन लाभान्वित हो सके। डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ ऋषि ने टीकाकरण के शिड्यूल के बारे में बताया। इस मौके पर आरसीएचओ डॉ निर्मल सिंह ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए क्षेत्र में एंटीलार्वल गतिविधियां करवाने के निर्देश दिए। साथ ही एनसीडी स्क्रीनिंग के तहत की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी।


चिकित्सा संस्थानों में चिरंजीवी योजना क वॉल पेंटिंग करवाने के निर्देश इस मौके पर उन्होंने फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आमजन को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। वहीं चिरंजीवी योजना में शामिल जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पतालों में वॉल पेटिंग करवाने के निर्देश दिए। वहीं दो अक्टूबर से शुरू होने वाले प्रशासन गांवों के संग अभियान में आमजन को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध करवाते हुए विभागीय कार्यक्रमों व योजनाओं के प्रचार प्रसार पर जोर दिया। टीबी के एक्टीव केस फाइडिंग अभियान 17 से जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विशाल सिंह ने संशोधित राष्ट्रीय क्षय उन्नमूलन कार्यक्रम की ब्लॉकवार समीक्षा की। उन्होंने बताया कि जिले में 17 सितम्बर से 1 नवंबर तक क्षय रोगियों की खोज के लिए एक्टीव केस फाइडिंग एवं निक्षय पोषण योजना का विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत हाई रिक्स, कॉमोर्बिड रोगी, कोविड संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए व्यक्ति, एचआईवी पॉजीटिव, सभी गर्भवती मतहिलाओं आदि की स्क्रीनिंग की जाएगी। वहीं निक्षय पोषण योजना के तहत भुगतान करने के लिए जिले में डायग्नोस्ड हुए एवं उपचाररत रोगियों के पब्लिक हैल्थ एक्शन फॉरमेट के साथ रोगी का आधार और बैंक खाते की जानकारी एकत्रित कर डीबीटी में संधारित की जाएगी। परिवार कल्याण में लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि अर्जित करें
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हर्षल चौधरी ने परिवार कल्याण, नसबंदी, परिवार नियोजन के अस्थाई व स्थाई साधन की चिकित्सा संस्थान पर उपलब्धता के साथ परिवार नियोजन के शिविरों में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया। साथ ही परिवार नियोजन के क्षेत्र में लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि अर्जित करने पर बल देते हुए कम उपलब्धि वाले ब्लॉक के बीसीएमओ को आगामी शिविरों में आमजन को लाभान्वित कर स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिए। वीसी में एपीडेमॉलोजिस्ट डॉ अम्बिका प्रसाद जांगिड़, डीएनओ अजीज मोहम्मद, जिला आशा समन्वयक केशरदेव पारीक, जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक नंदलाल पूनिया व एफसीएलओ मुकेश सैनी आदि मौजूद थे।