माटी परियोजना खरीफ परिणाम विश्लेषण अंतिम चरण में साथ ही रबी फार्म प्लान वितरित – डॉ उदयभान : संयुक्त निदेशक कृषि

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर माननीय भगवती प्रसाद की पहल पर ‘माटी’ परियजना द्वितीय चरण के तहत जिले के पांचों ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों से चयनित गांवों के किसानों को मृदा स्वास्थ्य, जैविक एवं संरक्षित खेती, फसल विविधिकरण, पशुपालन, कीट एवं व्याधि प्रबंधन और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरुक करने तथा कृषि लागत मूल्य घटाने के साथ उत्पादन एवं आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य के साथ जिले में ‘माटी’ परियोजना की द्वितीय चरण मे चयनित 1250 किसानो का खरीफ परिणाम तैयारियों के अंतिम चरण में है। माटी परियोजना के क्रियान्वयन से खरीफ में किसानों को हुए लाभ को शीेघ्र ही इस परिणाम के माध्यम से परिलक्षित किया जायेगा। खरीफ परिणाम की समीक्षा व रबी फॉर्म प्लान तैयार कर आय बढ़ोतरी के प्रयासों के तहत कृषि उद्यानिकी एवं पशुपालन विभागीय अधिकारियों के साथ कृषि भवन परिसर में बैठक आहूत की गयी।

संयुक्त निदेशक कृषि (वि.) डॉ उदयभान ने अवगत करवाया कि कृषि उद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग समन्वित प्रयास करते हुए जिला कलक्टर महोदय की मंशा ने अनुरूप माटी परियोजना अन्तर्गत चयनित किसानों की आय बढोतरी का सार्थक प्रयास करें। चयनित गांवों में चयनित 1250 किसान का खरीफ परिणाम तैयारियों के अंतिम चरण में है। दिनांक 24.11.2022 को संबंधित विधानसभा क्षेत्रवार प्रभारी द्वारा उक्त परिणाम सदन के सामने रखें जावेंगे।

उप निदेशक कृषि (वि.) कैलाश चौधरी ने बताया कि जिला बीकानेर के पाँच विधानसभा क्षेत्र के 25 गांवों के 1250 किसानों का खरीफ परिणाम विश्लेषण के साथ ही रबी फॉर्म प्लान वितरण करने हेतु अंतरिम रूप से निर्देशित कर दिया गया है। श्री चौधरी ने अवगत करवाना कि जिले में श्रीमान जिला कलक्टर के नवाचार कार्यक्रम के तहत माटी परियोजना का आगाज 11 मई 2022 से जिला बीकानेर में किया था। चयनित 1250 किसानों को खरीफ फार्म प्लान का लाभ दिया जा चुका है। प्राप्त खरीफ परिणामों के विश्लेषण से माटी नवाचार का सकारात्मक परिणाम परिलक्षित किया जाना है।

संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ विरेन्द्र नेत्रा व उप निदेशक पशु-पालन डॉ रमेश दाधिच ने इस अवसर पर आग्रह किया कि पशुधन सहायक व कृषि पर्यवेक्षक माटी परियोजना के तहत चयनित गांवों में एक इकाई के रूप में कार्य करें तभी माटी परियोजना के सकारात्मक परिणाम जिला कलक्टर महोदय की दिशा-निर्देशानुसार प्राप्त होना संभव होगा। पशु क्रय लॉन हेतु प्राप्त पत्रावलियों पर बैंक के माध्यम से शीघ्र ही प्राथी को लॉन उपलब्ध करवाने की कार्यवाही की जावेगी।

उक्त बैठक में अमरसिंह गिल सहायक निदेशक कृषि, यशवंती सहायक निदेशक कृषि, रेणु वर्मा सहायक निदेशक उद्यान, माटी योजना प्रभारी कृषि अधिकारी सुभाष विश्नोई, राजेश गोदारा, गिरीराज चारण, महेन्द्र प्रताप, ममता, सीताराम जी इत्यादि के साथ चयनित गांवो के सहायक कृषि अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक मौजूद रहे।