राजस्थान मिशन 2030 : सैनिक कल्याण बोर्ड ने दिए विकसित राजस्थान के विजन डॉक्यूमेंट के लिए सुझाव

विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। राजस्थान मिशन 2030 के तहत सैनिक कल्याण विभाग के मिशन 2030 की योजना तैयार किये जाने के लिए जिला सैनिक कार्यालय द्वारा कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यशाला में कार्यक्षेत्र के भूतपूर्व सैनिको, विधवाओं एवं वीरांगनाओं के साथ संवाद कार्यक्रम में कई बिन्दुओं पर मंथन किया गया। कार्यशाला में अतिथियों ने अपने सुझाव एवं विचार साझा किये।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल दलीपसिंह खंगारोत ने कार्यशाला में बताया कि राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्री राम सहाय बाजिया एवं सेवा निवृत सैनिक अधिकारियों सहित अन्य आमंत्रित सदस्यों ने अपने विचार साझा किये।
बैठकों में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने राजस्थान मिशन-2030 के तहत सैनिक कल्याण विभाग के मिशन 2030 योजना पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।
संवाद बैठकों में भूतपूर्व सैनिकों, विधवाओं एवं वीरांगनाओं के हितार्थ बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा के दौरान सरकारी नौकरियों में पूर्व सैनिकों की आरक्षित रिक्तियों को भरने, पूर्व सैनिक के लिए ग्रुप हाउसिंग सोसायटी गठित कर आवासीय भूमि आरक्षित करना, युद्ध वीरांगनाओं, शहीदों के आश्रितों एवं वीरता पदक धारको को राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं को त्वरित गति प्रदान करने के लिये नियमों में सरलीकरण करना, गैलेन्ट्री अवार्ड धारकों को राज्य सरकार द्वारा देय एक मुश्त राशि को अन्य राज्यों की भांति बढाना, संविदा पर नियुक्त रेस्को के माध्यम से नियोजित पूर्व सैनिको का वेतन भी अन्य राज्यों की तरह बढ़ोतरी करना, पूर्व सैनिकों के निजी वाहनों को टोल टैक्स से मुक्त रखना, युद्ध वीरागंनाओं, वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को आवंटित पहचान पत्र पर केन्द्र/राज्य सरकारों द्वारा देय योजनाओं का अंकन कर सुलभ तरीके से प्राप्त करवाना, पूर्व सैनिकों को सरकारी नौकरी में आरक्षण कोटे की निगरानी हेतु कमेटी गठित करना आदि बिन्दुओं पर सुझाव साझा किये।