विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर । जिलेभर में शुक्रवार को सभी राजकीय विद्यालयांे में अधिकारियों की टीम ने जाकर मिड-डे-मिल का आकस्मिक निरीक्षण कर गुणवत्ता की जांच की। जिला कलक्टर लोकबन्धु ने सिविल लाइंस स्थित महात्मा गांधी अंगेजी माध्यम स्कूल में मिड-डे-मिल की आकस्मिक जांच कर कक्षावार विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता को भी परखा तथा शिक्षक की भांति विद्यार्थियों से रूबरू हुए।
जिला कलक्टर ने आकस्मिक विद्यालय पहुंचकर मिड-डे-मिल की जांच की तो दाल एवं चपाती बनी हुई पाई गई। उन्होंने चखकर मिड-डे-मिल को देखा तथा नियमित रूप से निर्धारित मीनू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने रसोई का अवलोकन कर साफ सफाई एवं मिड-डे-मिल सामग्री के रखरखाव की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मसाले, दाल, आटा एवं अन्य सामग्री का भंडारण इस प्रकार किया जाये कि उसकी गुणवत्ता प्रभावित नहीं हो। उन्होंने कहा कि रसोई में सफाई का नियमित स्कूली स्टाफ द्वारा निरीक्षण किया जाये जिससे पोष्टिक एवं शुद्धता के साथ भोजन पकाया जा सके।
कलक्टर बने शिक्षक-
जिला कलक्टर ने विद्यालय में संचालित कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से शिक्षक की भांति रूबरू होकर उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता को भी परखा। निरीक्षण के समय विद्यालय में 391 विद्यार्थी उपस्थित पाये गये। जिला कलक्टर ने कक्षा 8 में अध्ययनरत विद्यार्थी सोनल कुमार से रूबरू होकर अंग्रेजी एवं गणित विषय की गुणवत्ता को परखा। उन्होंने कक्षा में सभी विद्यार्थियों से मिड-डे-मिल एवं विद्यालय की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कक्षा 10 में अध्ययनरत छात्र किशनसिंह एवं यतिन कुमार से अग्रेजी, सामानय ज्ञान के बारे में जानकारी लेकर शैक्षणिक गुणवत्ता को जांचा। विद्यालय में नव प्रवेशित विद्यार्थियों से हिन्दी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में पढाई के दौरान आये परिवर्तन के बारे में जानकारी ली।
जिला कलक्टर ने निरीक्षण के समय सभी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया तथा पढाई के दौरान नियमित रूप से शिक्षकों के द्वारा दिये गये कार्य को पूरा करने, प्रतिदिन घर पर रिविजन करने की सीख दी। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी, संस्था प्रधान भावना धनकड़ सहित विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहे। जिलेभर में ब्लॉकवार टीम बनाकर सभी विद्यालयों में मिड-डे-मिल का निरीक्षण किया गया।