फ्लैगशिप योजनाओं का मिले जरूरतमंदों को लाभ : बीसूका प्रदेश उपाध्यक्ष ने बीसूका एवं फ्लैगशिप कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की, दिए निर्देश
विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने कहा कि सामाजिक उत्थान के लिए बीस सूत्री कार्यक्रम अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गरीबी हटाने, वंचित तबके के लोगों का आर्थिक शोषण रोकने एवं सामाजिक उत्थान के लिए बीस सूत्री कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस कार्यक्रम में विशेष प्रयास कर जरूरतमंद एवं गरीब लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कर उनका आर्थिक जीवन स्तर सुधारे।
बीसूका प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान शुक्रवार को जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में बीसूका समिति सदस्यों के साथ ही जिला स्तरीय अधिकारियों की बीसूका की प्रगति एवं फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में जिला कलक्टर टीना डाबी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद दाताराम, जिला बीसूका उपाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती अंजना मेघवाल, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, प्रधान भणियाणा श्रीमती डोली देवी गोदारा, पूर्व प्रधान मूलाराम चौधरी तथा समाजसेवी गोविन्द भार्गव के साथ ही समिति के सदस्य उपस्थित थे।
बीसूका के माध्यम से गरीबों का हुआ उत्थान, मिली मूलभूत सुविधाएं
बैठक में डॉ. चन्द्रभान ने कहा कि बीसूका से देश में गरीबी कम हुई है वही पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, चिकित्सा, आवास व विद्युत सहित मूलभूत सुविधाओं का लाभ आमजन को मिल पाया है जिससे पंचवर्षीय योजना के तहत देश प्रगति की राह पर आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बीस सूत्री कार्यक्रम को मजबूत करके ही समाज के वंचित व गरीब तबके के लोगों के जीवन स्तर को सुधारा जा सकता है। उन्होंने बीस सूत्री कार्यक्रम की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए लक्ष्यानुरूप प्रगति सुनिश्चित करने के लिए सम्बधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
लक्ष्यों की शत्-प्रतिशत करें उपलब्धि
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा की बीस सूत्री कार्यक्रम की शुरुआत ही देश में गरीबी मिटाने के लिए की गई थी और वर्तमान में भी इस कार्यक्रम की प्रासंगिकता बनी हुई है। उन्होंने कार्यक्रम के विभिन्न घटकों को वंचित एवं पिछड़े तबकों के हित के लिए लाभकारी बताते हुए निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
प्रगति की विस्तार से समीक्षा की, दिए निर्देश
इस दौरान उन्होंने बीस सूत्री कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण रोजगार, आजीविका मिशन, श्रम कल्याण, लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली, ग्रामीण आवास एवं स्वच्छता, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के कल्याण और महिला एवं बाल कल्याण के विभिन्न घटकों प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। साथ ही वन संरक्षण, ग्रामीण सड़क एवं ऊर्जा, कृषि एवं उद्योग तथा बिजली की उपलब्धता पर लक्ष्य और उपलब्धि की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बीसूका में जिले में प्रगति लाने के लिए अधिकारियों को विशेष प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने समिति सदस्यों से भी कहा कि वे क्षेत्र में भ्रमण कर पात्र लोगों का भौतिक सत्यापन करे एवं जरूरतमंदों को कार्यक्रमों से लाभान्वित करावे।
फ्लैगशिप योजनाओं का प्रभावी हो क्रियान्वयन
इस मौके पर डॉ. चंद्रभान ने राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओ की जिले में क्रियान्वित की विस्तार से समीक्षा की और योजनावार जरूरतमंदों को पहुंचे लाभ की जानकारी ली। उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से कहा कि महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल, सीएचसी-पीएचसी व इंदिरा रसोई केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करें ताकि योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग से आमजन को व्यापक लाभ मिल सकें।
रेटिंग वाले बिन्दुओं में ‘ए‘ श्रेणी अर्जित करे
बैठक में डॉ. चन्द्रभान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बीसूका के रैकिंग वाले सूत्रों में आगामी तीन माह में मासिक कार्य योजना बनाकर 80 प्रतिशत से अधिक उपलब्धि अर्जित कर जिले को ‘‘ए‘‘ श्रेणी में लावे। उन्होंने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में और अधिक प्रभावी ढंग से कार्यवाही कर दोषी व्यक्तियों को सजा दिलाने तक की कार्यवाही करने पर जोर दिया। उन्होंने महानरेगा में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने, व्यक्तिगत लाभ के कार्य स्वीकृत कराने के साथ ही राजीविका के माध्यम से अधिक से अधिक महिला सहायता समूहों का गठन कर इसमें बेहतर उपलब्धि लाने पर बल दिया।
बीसूका में करेंगे विशेष प्रयास
जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा कि बीसूका कार्यक्रम में उपलब्धि के लिए आने वाले तीन माह में विशेष प्रयास किए जाएगें एवं विश्वास दिलाया कि इस कार्यक्रम में सूत्रों में ‘ए‘ श्रेणी अर्जित करने में कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो निर्देश उनके द्वारा प्रदान किए गए है, उनकी पालना अधिकारियों द्वारा करवाई जाएगी।
समिति सदस्य भी निभाएं सहभागिता
बीसूका उपाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर ने कहा कि बीसूका कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समिति सदस्यों की भी सहभागिता जरूरी हैं। उन्होंने प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान द्वारा बीसूका कार्यक्रम की प्रगति की विस्तार से समीक्षा करने पर हार्दिक आभार भी जताया।
इन्होंने रखे सुझाव
बैठक में राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती अंजना मेघवाल ने महानरेगा के तहत यहां की छितरी हुई भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए ढ़ाणी-ढ़ाणी में कार्य स्वीकृत कराने, अनुसचित जाति के छात्रों के पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक विद्यार्थियों को लाभान्वित कराने पर बल दिया। पूर्व जिला प्रमुख अब्दुला फकीर ने कहा कि जिले में महानरेगा में लोगों को रोजगार के साथ ही अच्छी मजदूरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि बीसूका के माध्यम से गरीबों का आर्थिक जीवन स्तर भी सुधरा है।