विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। वरिष्ठ कवि-आलोचक श्रीहर्ष के निधन पर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष शिवराज छंगाणी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। श्रीहर्ष का शुक्रवार को निधन हो गया था।
छंगाणी ने शनिवार को अपने निवास पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कहा कि जनवादी चेतना के कवि श्रीहर्ष की कविताओं की पूरे देश में सराहना की जाती है। उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। उन्हें अनेक साहित्यिक पुरस्कारों-सम्मानों से नवाजा गया। उनका कोलकाता के साहित्य जगत में भी एक विशिष्ट स्थान था। वे एक आदर्श शिक्षक भी थे और उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
इस दौरान साहित्यकार बिशन मतवाला, डाॅ. गौरीशंकर प्रजापत, डाॅ. ब्रजरतन जोशी, गोपाल व्यास, इंद्र कुमार, सुशील छंगाणी, आनंद कुमार सहित अनेक लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।