विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थानी भाषा साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व के अमर साधक महान् ईटालियन विद्वान डॉ. लुईजि पिऔ टैस्सीटोरी की 103वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आगामी 22 नवम्बर 2022 को गत चार दशकों की श्रृंखला में राजस्थानी युवा लेखक संघ एवं प्रज्ञालय संस्थान द्वारा उन्हें साहित्यिक एवं सृजनात्मक स्तर पर नमन-स्मरण किया जाएगा।
राजस्थानी युवा लेखक संघ के प्रदेशाध्यक्ष एवं वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा ने बताया कि डॉ टैस्सीटोरी की पुण्यतिथि पर उनकी समाधि-स्थल पर प्रातः 10ः30 बजे पुष्पांजलि-विचारांजली का आयोजन रखा गया है।
कार्यक्रम के प्रभारी वरिष्ठ शायर कासिम बीकानेरी ने जिला प्रशासन एवं नगर निगम से पुनः अनुरोध किया है कि टैस्सीटोरी समाधि-स्थल की सफाई समय रहते करवायी जाए, क्योंकि वर्तमान में समाधि-स्थल के सम्पूर्ण परिसर में बहुत अधिक झाड़ झंकड़ उग आए है।
रंगा ने बताया कि डॉ टैस्सीटोरी राजस्थानी के वह महान् पुरोधा है, जिन्होंने हमारी मातृभाषा का ‘प्राचीन राजस्थानी’ नामकरण किया। साथ ही उन्होंने राजस्थानी व्याकरण, महत्वपूर्ण ग्रंथो का सम्पादन करते हुए पुरातत्व के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया। इसी कड़ी में उन्होंने अनेक शोध करते हुए राजस्थानी भाषा साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व को समृद्ध किया।