विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। जिला कलक्टर नमित मेहता ने मंगलवार को आंगनवाडी केन्द्र, विद्यालय एवं चिकित्सा केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया।
जिला कलक्टर ने सोडावास व टेवाली में आंगनवाडी केन्द्रों का निरीक्षण कर वहां बच्चों व गर्भवती माताओं के पोषाहार वितरण की व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने नियमित रूप से बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कराने, टीकाकरण की व्यवस्था करने के साथ बच्चों के लिए दरिया लगाने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने सोडावास आंगनवाड़ी केन्द्र में बच्चों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था के लिए जल कनेक्शन लेने के निर्देश दिए।
उन्होने सोडावास आंगनवाड़ी केन्द्र पर मंजूदेवी द्वारा व्यवस्थाएं दूरस्थ नहीं रखने पर 10 दिन का मानदेय रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने टेवाली आंगनवाड़ी केन्द्र में बिजली का कनेक्शन लेने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आंगनवाड़ी से संचालित पोषाहार का वितरण समय पर करने के निर्देश दिए साथ ही बच्चों के बैठने की व्यवस्था एवं पेयजल व्यवस्था की जानकारी ली। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सही जवाब न देने के कारण उनको हटाने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को दिए। उन्होंने टेवाली रतन व्यास के सही समय पर पोषाहार वितरण नहीं करने पर हटाया। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों पर तमाम व्यवस्थाए निर्धारित मानदण्ड के अनुसार होनी चाहिए। बच्चें समय पर आए उन्हे गुणवतापूर्वक पोषाहार मिलने के साथ पानी, बिजली, सफाई व खेल के साधन उपलब्ध होने चाहिए।
जिला कलक्टर ने आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुसी का निरीक्षण किया उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पंजीकरण व मुफ्त दवाई व जांच के सम्बंध पूछताछ कर बताया कि सरकारी स्वास्थ केन्दों व अस्पताल में आने वाले मरीजों से ईलाज के नाम पर एक रुपया भी नहीं लिया जाए मरीज का निःशुल्क इलाज हो। अस्पताल से ही दवाई उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने पर्ची की ऑनलाइन एंट्री करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, दवाई वितरण आदि कक्षां का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बुसी में सीएससी में क्रमोन्नत होने पर जमीन के आवंटन के लिए उपखण्ड अधिकारी के मार्फ़त प्रस्ताव भिजवाने को कहा।
उन्होंने देवली पाबूजी में चिकित्सा केंद्र का निरीक्षण कर स्टाफ को गर्भवती महिलाओं डिलेवरी अस्पताल में करने को कहा। उन्होंने स्थानीय सरपंच को दो बेड व एक ऑपरेशन टेबल की व्यवस्था भामाशाहों के माध्य्म से करने की बात की।
जिला कलक्टर ने उच्च माध्यमिक विद्यालय देवली पाबूजी का भी निरीक्षण किया तथा विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर को परखा। उन्होंने छात्रों से अंग्रेजी व गणित के प्रश्न पूछे व पहाड़े व अंग्रेजी के पाठ पढ़ाए। उन्होंने ओर मेहनत करने की बात कही। उन्होंने अध्यापक चन्द्रप्रकाश सिद्धार्थ द्वारा शैक्षणिक कार्य में बरती गई लापरवाही के कारण उनको उच्च माध्यमिक विद्यालय देवली पाबुजी से हटाने के निर्देश दिए। स्कूल में बच्चों के निर्धारित ड्रेस कोड में नहीं आने पर प्रिंसीपल को नोटिस देने के निर्देश दिए। देवली पाबूजी में चिकित्सा विभाग के सब सेंटर बंद पाए जाने पर एएनएम को नोटिस जारी करने को कहा। उन्होंने श्यामपठ पर बच्चों को गठित के प्रश्न डालकर समाधान करवाया और छात्र अर्जुन, वीजु, ललीत से पाठ पढवाया। कलाश में उपस्थित बच्चियों से बातचीत के दौरान उन्होंने पूछा की वे बडी होकर भविष्य में किस कैरियर में जाना चाहती है अधिकांश बच्चियों ने साइंट बायोलोजी लेकर डॉक्टर बनने की बात कहीं। उन्होंने आंगनवाडी व स्कूल में बच्चों की कम उपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त की।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विकास मारवाल, जिला शिक्षा अधिकारी मदन पंवार, महिला एवं बाल विकास विभाग उप निदेशक भागीरथ, डॉ रमेश चन्द्र मौजूद रहे।