विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद जोधपुर प्रांत का एक दिवसीय कथाकार सम्मेलन होटल राजमहल बीकानेर में आज संपन्न हुआ कार्यक्रम का उद्घाटन प्रख्यात साहित्यकार एवं चिंतक डॉक्टर हनुमानसिंह राठौड़ के साथ साहित्य परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ अन्नाराम शर्मा, प्रांत अध्यक्ष डॉक्टर अखिलानंद पाठक, मुख्य अतिथि विजयमोहन जोशी, दीपक पारीक, डॉक्टर मदन केवलिया ने किया।
इस अवसर पर बोलते हुए हनुमानसिंह राठौड़ ने कहा कि व्रत कथाएं हमारे समाज में वर्षों से प्रचलित हैं जिसके प्रति हमारी घोर आस्था और संवेदना है परंतु उसमें कुछ परिवर्तन की आवश्यकता है जिससे वे काल सापेक्ष और आधुनिक समाज को दिशा दे सकें | इस अवसर पर डॉ केवलिया ने कहा कि समाज में परिवर्तन आवश्यक है इस प्रकार की व्रत कथाओं में परिवर्तन अवश्यंभावी है।
मुख्य अतिथि विजयमोहन जोशी ने कहा कि नई पीढ़ी को जोड़ने के लिए कथाओं को नए स्वरूप में लिखना होगा। तीन सत्रों में निर्धारित कथाकार सम्मेलन के तकनीकी सत्र में समाज में सर्व व्याप्त सत्यनारायण व्रतकथा, बछबारस कथा, करवा चौथ आदि कथाओं पर प्रांत से आए हुए कथाकारों ने विचार विमर्श किया।
बसंती पंवार, नीना छिब्बर जोधपुर, चूरू से सुरेंद्र सोनी, रावतसर से नीता अग्रवाल पाली से डॉक्टर लालाराम प्रजापत बीकानेर से इंजी.आशा शर्मा, मोनिका गौड़, डॉ.सुधा आचार्य, राजाराम स्वर्णकार, संगीता सेठी, डॉ.कृष्णा आचार्य सहित अनेक कथाकारों ने कथाओं पर विचार विमर्श किया। समारोप सत्र की अध्यक्षता करते हुए डॉ.मदन सैनी ने कहा कि कथाओं को बहुत ही सावधानी से लिखा जाना चाहिए।
प्रांत अध्यक्ष डॉक्टर अखिलानंद पाठक ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कथाएं समाज की संवेदनाओं से जुड़ी हुई होने के कारण समाज को जगाने का कार्य करती है, इसलिए उसके मूल विषय से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री डॉ.विपिनचंद्र ने भी विचार व्यक्त किए कार्यक्रम में प्रांत उपाध्यक्ष मोनिका गौड, प्रांत संगठन मंत्री लालाराम प्रजापत, प्रांत कोषाध्यक्ष डॉ.चंदन तलरेजा, महानगर अध्यक्ष विनोदकुमार ओझा, महामंत्री आशा शर्मा वरिष्ठ साहित्यकार रमेशकुमार शर्मा सहित अनेक कथाकार एवं साहित्यकारों ने भाग लिया | मोनिका गौड़, राजीव गौतम और मनीषा आर्य सोनी ने कार्यक्रम का संचालन किया | कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ |