विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। भाजपा नेता राजकुमार किराडू ने कहा कि पूर्व मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला को पहली बार ऐसी चुनौती मिली है। इससे कल्ला और उनके परिवारजन सकते में हैं। हास्यास्पद स्थिति यह है कि कल्ला को बार-बार बयान जारी कर बताना पड़ रहा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्या-क्या कार्य किए? किराडू ने कहा कि कल्ला को विधायक जेठानंद व्यास का विधानसभा में साफगोई से बोलना पसंद नहीं आया, क्योंकि विधायक ने पूरे प्रदेश के सामने डॉ. कल्ला के राजनैतिक जीवन की विफलताओं और परिवारवाद को रखा है। उन्होंने कहा कि जेठानंद व्यास भलेही विधायक अब बने हों, लेकिन सार्वजनिक जीवन में पिछले कई दशकों से हैं। विधायक द्वारा सभी मुद्दे पूर्ण गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कल्ला की अगुवाई में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। लोकसभा चुनाव में भाजपा को बीकानेर पश्चिम में लगातार सबसे बड़ी जीत मिली। इससे कल्ला की साख प्रभावित हुई है और वे मनगढ़त बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कल्ला ने मंत्री रहते हुए कभी भी कार्यकर्ताओं की कद्र नहीं की। वे अपने भाई-भतीजों के इर्द- गिर्द कैद रहे। कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता धीरे-धीरे पार्टी से दूर होने लगे। उन्होंने कहा कि जब कल्ला ने गत चुनाव को सार्वजनिक तौर पर अंतिम चुनाव मान लिया था तो अब किस राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण कल्ला बार-बार ऐसे बयान जारी कर रहे हैं। कल्ला को चाहिए कि वे अपने परिवार के मोह से बाहर निकलें और नए कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाएं।