जिला कलक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने की अपील – कुपोषित व ऐनिमिक बच्चों पर देें विशेष ध्यान शिशु रोग विशेषज्ञ करें अपने अनुभव साझा

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न

 

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। कोरोना संक्रमण के विरुद्ध संघर्ष के निमित्त जिला कलक्ट्रेट स्थित सभागार में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक प्राधिकरण अध्यक्ष व जिला कलक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना के विरुद्ध संघर्ष से संबंधित कार्यों के क्रियान्वयन की प्रगति की जानकारी ली गई तथा अग्रिम निर्देश भी दिए गए।

जिला कलक्टर ने चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग तथा आंगनबाड़ी से संबंधित कार्यकर्ताओं का सहयोग लेकर 15 दिन में किशोरी बालिकाओं को रक्त की कमी को दूर करने वाली आयरन टेबलेट शत प्रतिशत रूप से देने का लक्ष्य निर्धारित किया। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से ग्राम पंचायतवार ऐसी किशोरी बालिकाओं की सूची तथा कुपोषित बच्चों की सूची भी संकलित कर जिला स्तर पर समन्वित करने का निर्देश दिया। उन्होंने चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस महामारी की विशेष परिस्थिति में सभी अधीनस्थ कार्मिकों को विशेष रूप से कार्य विभाजन निर्धारित कर अलग-अलग दायित्व सौंपने का भी निर्देश दिया।

बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने कोरोना मरीज के परिवारों तथा लक्षणों वाले नागरिकों को दिए जाने वाले मेडिसिन किट ब्लॉक लेवल पर तैयार करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नागौर जिले सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों में बाल वर्ग के नागरिकों की संख्या अधिक है। इसलिए कोरोना के शिशु व बच्चों पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव के संदर्भ में पूर्व तैयारियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक करने हेतु निर्देश पूर्व में दिए जा चुके हैं। इसे अतिशीघ्र पूर्ण रूप से सुव्यवस्थित करें।
जिला कलक्टर ने कहा कि शिशु रोग विशेषज्ञ के साथ-साथ अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी अतिशीघ्र ट्रेनिंग करवाई जाएं। साथ ही अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा शिशु रोग विशेषज्ञों से भी अनुभव साझा करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही केंद्र व राज्य स्तर पर प्राप्त प्रोटोकॉल से संबंधित निर्देशों का विशेष रूप से अध्ययन करके प्रोटोकॉल के संबंध में कार्य योजना बनाए जाने की आवश्यकता है। इसमें बच्चों को दी जाने वाली दवा व खुराक देने की मात्रा तथा निर्धारित प्रक्रिया के अनुभव अन्य जिलों के डॉक्टरों से भी साझा करने तथा अनुभव लेने के बारे में बताया गया।

कुपोषित बच्चों के पोषण पर हो पूरा फोकस

जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि कुपोषित बच्चों में कोरोना से संक्रमित होने की आशंका अधिक रहती है। इस कारण से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अपेक्षाकृत कम होती है। इसलिए मेरी सभी नागरिकांे व ग्रामीणों से विशेष रुप से परिवार के मुखियाओं से निवेदन है कि 6 वर्ष आयु वर्ग तक के कुपोषित बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र तथा इससे अधिक आयु वर्ग के कुपोषित बच्चों को गांवों में स्थित संबंधित स्वास्थ्य केंद्र के एएनएम से संपर्क कर आवश्यक परामर्श लें। इस संबंध में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम द्वारा रक्त की कमी को दूर करने के लिए दी जाने वाली आयरन टेबलेट अवश्य लें। डाॅ सोनी ने जनप्रतिनिधियों व मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी अभियान की कोर कमेटी के सभी सदस्यों, भामाशाहों व स्वयंसंवी संगठनों से भी इस संबंध में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करने का आह्वान किया।

सीएचसी एवं पीएचसी के प्रबंधन को करें और मजबूत

जिला कलक्टर ने बैठक के दौरान जिले में कोरोना के मौजूदा हालात की समीक्षा की और संक्रमण में कमी तथा आवश्यक संसाधनों की बेहतर उपलब्धता पर संतोष जताया। उन्होंने चिकित्सा विभाग द्वारा किए जा रहे डोर टू डोर सर्वे की विस्तार से जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सर्वे के दौरान पाए जाने वाले खांसी, जुकाम व बुखार के सामान्य लक्षण वाले मरीजों का भी जीरो मूवमेंट सुनिश्चित किया जाएं ताकि वे संक्रमण नहीं फैला सके। उन्होंने कहा कि सीएचसी एवं पीएचसी के प्रबंधन को और मजबूत किया जाएं ताकि जिला अस्पताल पर लोड ना आए तथा ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा उनके क्षेत्र में ही मिल सके। ऑक्सीजन, बेड रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं अन्य दवा की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली गई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया ने बताया कि संक्रमण कम होने पर लोग लापरवाही ना बरतें, आगे भी सतर्क रहे। डाॅ महिया ने कोरोना संक्रमण एवं प्रबंधन संबंधी सभी सूचनाएं उपलब्ध करवाई। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ शंकरलाल ने बताया कि जिला अस्पताल में अब सभी संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता है। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, उप पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मौजूद रहे।