विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर. गंगाथिएटर के पास के पार्क को कन्या वाटिका के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें बालिकाओं के नाम से पौधारोपण किया जाएगा। साथ ही बेटियों को आगे बढ़ने का संदेश देने वाली पेंटिंग्स और भित्ति चित्र बनाए जाएंगे।
जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने शुक्रवार को महिला समाधान समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देने और बेटी बचाने का संदेश प्रसारित करने के उद्देश्य से यह पहल की जाएगी। उन्होंने महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक को कन्या वाटिका विकास की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि बेटी के जन्म एवं जन्मदिन सहित अन्य महत्वपूर्ण दिनों में यहां पौधारोपण सहित अन्य कार्यक्रम किए जाएंगे। यहां ओपन स्टेज बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से आमजन में बेटी जन्म के प्रति जागरुकता आएगी।
जिला कलक्टर ने कहा कि महिला अधिकारिता विभाग द्वारा अन्य सभी विभागों से समन्वय रखते हुए जिला टास्क फोर्स को एक्टिव रखा जाए। स्कूलों से ड्राॅप आउट बालिकाओं की सूची महिला अधिकारिता के साथ साझा करने के निर्देश दिए, जिससे इन्हें पुनः शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि बेटियों को आवश्यकता के अनुसार ओपन स्कूलों के माध्यम से आवेदन करवाए जाएं।
जिला कलक्टर ने कहा कि स्कूलों में बालिकाओं के लिए गुड टच-बैड टच और माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से कार्यशालाएं आयोजित की जाएं। सोनोग्राफी केन्द्रों पर भ्रूण की लिंग जांच नहीं हो, इसके लिए औचक कार्यवाहियां की जाएं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं महिला अधिकारिता विभाग द्वारा पीसीपीएनडीटी एक्ट से जुड़ी कार्यशालाएं आयोजित की जाएं और संदिग्ध कार्यवाहियों की सूचना प्रशासन को दी जाए।
महिला अधिकारिता विभाग की उप निदेशक डाॅ. अनुराधा सक्सेना ने सखी वन स्टॉप सेंटर प्रबंधन, बालिकाओं के शिक्षा सुनिश्चित करने, महिला सुरक्षा एवं सलाहकार केंद्रों के कार्यों, कानून संबंधित सहायता, परामर्श सुविधाओं की जानकारी दी।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक सुभाष बिश्नोई, जिला शिक्षा अधिकारी गजानंद सेवक, पीबीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. गौरी शंकर जोशी, महिला अधिकारिता केे सतीश परिहार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।