विज्ञान को रट कर नहीं हाथ से करके समझा जा सकता है – गणेश सियाग

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। वैज्ञानिक जागरूकता फैलाने तथा विज्ञान एवं गणित में रूचि केन्द्रित करने हेतु अजित फाउण्डेशन में ‘‘लर्निग बाई डूंईग’’ कार्यक्रम आयोजित हुआ। साईंस एक्टिविस्ट गणेश सियाग ने कार्यक्रम के तहत विज्ञान के रोचक प्रयोग जिसमें इलेक्ट्रिसिटी बनाने के लिए तांबे की कुण्डली और चुम्बक की सापेक्ष गति से चरखा जनरैटर, सैल एवं तार की कुण्डली और चुम्बक का प्रयोग करके डी सी मोटर, ध्वनि के सिद्धान्त को समझने के लिए स्ट्रॉ फल्यूट, आदि प्रयोग हाथ से करके समझाए।
श्री सियाग ने इसी क्रम में गणित के सिद्धान्तों को मैथ्स सोल्यूट से नम्बर पैटर्न, जोड़ और गुण के सिखने के लिए स्ट्रींग आर्ट, कार्ड से बाइनरी नम्बर, टी प्जल्स आदि के बारे में प्रायोगिक सत्र आयोजित किया गया। सियाग ने कहा कि हम विज्ञान को रट कर नहीं हाथ से करके समझ सकते है।
कार्यक्रम समन्वयक संजय श्रीमाली ने कहा कि इस तरह की कार्यषाला से बच्चों में सीखने की प्रवृति और प्रष्न पूछने के डर को समाप्त किया जा सकता है। रटनत पद्धति के विपरित इस कार्यषाला से बच्चों के लिए विज्ञान के सिद्धान्त को रोचक बनाकर समझाया जा सकता है।