अब घर-घर पिलाई जाएगी पोलियो वैक्सीन
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को उपराष्ट्रीय पल्स पोलियो महाअभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक के 3,01,300 बच्चों को बूथों पर बाईवेलेंट ओरल पोलियो वैक्सीन की 2 बूँदें पिलाई गई। 4,26,518 के लक्ष्य के विरुद्ध 70.64% उपलब्धि पहले दिन हासिल कर ली गई।
अभियान का जिला स्तरीय उद्घाटन एसडीएम जिला अस्पताल पोलियो बूथ पर स्वास्थ्य विभाग बीकानेर जोन के संयुक्त निदेशक डॉ देवेंद्र चौधरी द्वारा बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाकर किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पंवार, अभियान के नोडल अधिकारी आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता, जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ प्रवीण चतुर्वेदी, जिला टीबी अधिकारी एवं रोटेरियन डॉ सीएस मोदी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ अनुरोध तिवारी, हेल्थ मैनेजर प्रबल कुमार पवार, रोटेरियन पंकज पारीक व डॉ पुनीत खत्री सहित रोटरी क्लब के सदस्यों ने भी बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई।
डॉ अबरार ने बताया कि 1579 बूथों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर ट्रांजिट बूथ तथा कच्ची बस्तियों, ईंट भट्ठों पर मोबाइल टीम की सहायता से ये कोशिश की गई कि एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहे। ग्रामीण क्षेत्रों, औद्योगिक क्षेत्रों, ईंट भट्टों व ढ़ाणियों के मजदूर परिवारों व निर्माण साइटों पर भी अधिकाधिक बच्चों को ढूंढ-ढूंढ कर प्रतिरक्षित किया गया।
हुई सघन मॉनिटरिंग
शहर से लेकर गांव तक संभाग, जिला व खंड स्तरीय अधिकारियों तथा डिपो प्रभारियों ने अभियान की प्रभावी मॉनिटरिंग कर गुणवत्ता सुनिश्चित की। डॉ देवेंद्र चौधरी व डॉ सीएस मोदी द्वारा खाजूवाला के अमरपुरा, कोलायत के आरडी 820 व 860 में, डॉ अबरार द्वारा कच्ची बस्ती गरासिया के मोहल्ले में, यूपीएचसी नंबर 1 व फोर्ट डिस्पेंसरी में पोलियो बूथ का निरीक्षण किया गया जबकि डॉ राजेश कुमार गुप्ता, यूएनडीपी के योगेश शर्मा व डॉ अनुरोध तिवारी द्वारा यूपीएचसी न 1, तिलकनगर, गुरुद्वारा, रेलवे स्टेशन, नापासर, रायसर, गुसाईसर व नौरंगदेसर में पिलाई जा रही पोलियो खुराक की मॉनिटरिंग की गई।
अब घर-घर पिलाएंगे ओपीवी
आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पोलियो बूथ पर कार्यरत चार सदस्यीय दल 11 व 12 दिसंबर को दो टीमों में विभक्त होकर सम्पूर्ण जिले में घर-घर जाकर बूथ पर दवा पीने से वंचित रह गये बच्चों को ढुंढते हुये पोलियो के विरूद्ध प्रतिरक्षण का कार्य करेगें। घरों में विजिट के दौरान बच्चों की उपस्थिति, अनुपस्थिति एवं पोलियो वेक्सीन पीने के आधार पर घरों पर मार्किंग करेगें। जब तक शत प्रतिशत बच्चे प्रतिरक्षित ना हो जाएं अभियान जारी रहेगा।