अधिकारों के प्रयोग के साथ देश हो मजबूत : डॉ.नीरज के पवन संभागीय आयुक्त
भारतीय संविधान देश के हर व्यक्ति की उन्नति का घोषणा : प्रो.विद्यार्थी, कुलपति
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में संविधान दिवस बीकानेर के संभागीय आयुक्त नीरज के पवन के मुख्य मुख्य आतिथ्य में समारोह पूर्वक मनाया गया।ओएसडी डा. धर्मेंद्र यादव, डॉ अलका स्वामी, सीसी डा अनु शर्मा ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने सभी को संविधान की शपथ दिलाई एवं विद्यार्थियों को संविधान का परिचय दिया तथा भारतीय लोकतंत्र के इतिहास के बारे में बताया।उन्होंनेसाइंटिफिक थिंकिंग रखने पर जोर दिया और कहा कि अधिकारों के साथ साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए जिससे राष्ट्र मजबूत बनता है।
इस अवसर पर कुलपति प्रो.अबंरीष शरण विद्यार्थी ने सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की और कहा कि भारत आज विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। विश्व में भारत की विशिष्ट पहचान बनाने में भारतीय संविधान की विशेष भूमिका रही है।हम और हमारा राष्ट्र हमारे संविधान निर्माताओं के ऋणी हैं जिन्होंने दूरदर्शी संविधान का ऐसा प्रारूप तैयार किया है जो स्वस्थ लोकतंत्र की नींव रखने के साथ समावेशी न्याय, स्वतंत्रता और समानता के आदर्शों पर आधारित है। हमारा संविधान उन आदर्शों, मूल्यों और मर्यादाओं का सेतु है जो सभी के लिए न्याय, स्वतंत्रता और समानता सुनिश्चित करता हैं, साथ ही सौहार्दपूर्ण, शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक की स्थापना करता हैं। संविधान दिवस मनाया जाना अच्छी परंपरा है। भारतीय संविधान विश्व का सबसे अनूठा संविधान है। संविधान लोकतंत्र की आत्मा होने के साथ-साथ भारत की एकता व प्रगति का मूल आधार है। इस संविधान दिवस पर भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबासाहेब अंबेडकर व सभी महापुरुषों को नमन करता हूँ।लंबे संघर्ष से मिली आजादी के बाद विविधता भरे भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित करना एक बड़ी जिम्मेदारी थी। हमारे देश के संविधान निर्माताओं ने सभी वर्गों की भावनाओं और जन अपेक्षाओं को संविधान में समाहित कर सशक्त राष्ट्र निर्माण के सपने को बखूबी पूरा किया है। हमें गर्व है कि भारतीय संविधान के निर्माण में देश की अनेक विभूतियों और विद्वानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जी द्वारा रचित यह संविधान हर भारतीय की उम्मीदों और आकांक्षाओं को समेटे है। देश का संविधान हर नागरिक के लिए प्राणवायु के समान है। मेरा मानना है कि भारतीय संविधान आपकी उन्नति प्रगति का घोषणा पत्र है। संविधान ने तमाम विविधताओं और विभिन्नताओ के बावजूद भारत को एक सक्षम राष्ट्र के रूप में उभरने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।अंत में अभिषेक पुरोहित ने धन्यवाद ज्ञापित किया।