आवास एवं अन्य ठिकानों पर तलाशी जारी
विनय एक्सप्रेस समाचार , जयपुर। ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर ए.सी.बी. की विभिन्न टीमों द्वारा जयपुर, कोटा एवं दौसा में आज अल-सुबह कार्यवाही करते हुये राजेन्द्र विजय आई.ए.एस. संभागीय आयुक्त, कोटा संभाग के विरूद्ध दर्ज आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के प्रकरण में आरोपी के 4 विभिन्न ठिकानों पर छापा मारकर तलाशी अभियान चलाया गया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक श्री डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को गोपनीय सूत्र सूचना प्राप्त हुई थी कि राजेन्द्र विजय आई.ए.एस. संभागीय आयुक्त, कोटा संभाग द्वारा भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा अपने एवं अपने परिजनों के नाम से अपनी वैध आय से आनुपातिक रूप से अधिक चल-अचल सम्पत्तियाँ अर्जित की गई है, जिनकी अनुमानित बाजार कीमत करोड़ों रुपयों से अधिक है।
उक्त सूत्र-सूचना का ए.सी.बी. की इन्टेजिलेन्स शाखा द्वारा गोपनीय रूप से सत्यापन किया गया एवं तथ्यों की पुष्टि होने पर आय से अधिक सम्पत्तियाँ अर्जित का मामला बनना पाये जाने पर प्रकरण दर्ज किया गया। एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस श्री कालूराम रावत के सुपरवीजन में ए.सी.बी. की स्पेशल यूनिट प्रथम, जयपुर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़, अनुसंधान अधिकारी के नेतृत्व में सक्षम न्यायालय से तलाशी वारंट प्राप्त किया जाकर ए.सी.बी कोटा के अति.पु. अ. श्री विजय स्वर्णकार, अति.पु.अ. श्री मुकुल शर्मा एवं ए.सी.बी. दौसा के उ.अ.पु. श्री नवल किशोर मीणा की विभिन्न टीमों ने एक साथ, आज अलसुबह आरोपी के जयपुर, कोटा एवं दौसा स्थित 4 विभिन्न ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की गई।
आरोपी राजेन्द्र विजय आई.ए.एस. के जयपुर स्थित आवास की तलाशी में 13 आवासीय / व्यावसायिक भूखण्डों के दस्तावेज (जिनमें टोंक रोड़ पर आलीशान मकान एवं “ZUDIO’ व्यावसायिक शोरूम नं0 7. ग्राउण्ड फ्लोर, जीटी गलेरिया, ब्लॉक-बी, अशोक मार्ग सी-स्कीम, जयपुर प्रमुख हैं), 2 लाख 22 हजार से अधिक की नगदी, 335 ग्राम सोने के आभूषण, 11 किलो 800 ग्राम चांदी के आभूषण एवं 3 चार पहिया वाहन मिले हैं। इसके अतिरिक्त अनेक बीमा पॉलिसियों में निवेश, एक बैंक लॉकर (जिसकी तलाशी ली जानी है) एवं 16 अलग-अलग बैंक खाते जिनमें लाखों रुपये जमा हैं, भी मिले हैं।
ब्यूरो के प्राथमिक आकलन, प्रथम सूचना रिपोर्ट एवं अब तक तलाशी में मिले दस्तावेजों के अनुसार आरोपी राजेन्द्र विजय आई.ए.एस. द्वारा अपने सेवाकाल में भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा करोड़ों रुपये की खरीद कीमत की अनेक चल-अचल परिसम्पत्तियां अर्जित करने का अनुमान है, जो उनकी वैध आय से आनुपातिक रूप से कहीं अधिक है। इसके अतिरिक्त आरोपी एवं उसके परिजनों द्वारा कई बेनामी परिसम्पत्तियों में निवेश के साक्ष्य मिले हैं, जिनकी विस्तृत जाँच की जायेगी।
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में ए.सी.बी. की विभिन्न टीमों द्वारा आरोपी के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है। मामले में ए.सी. बी द्वारा आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान किया जावेगा।