लोक सेवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अधिकारियों ने दिया प्रस्तुतीकरण : जनसहभागिता और नवाचार से कई समस्याओं का समाधान संभव

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। लोक सेवा दिवस के अवसर पर गुरुवार को हरिश्चन्द्र माथुर राजस्थान लोक प्रशासन संस्थान में आयोजित कार्यक्रम के दूसरे सत्र में लोक सेवकों द्वारा बेस्ट प्रेक्टिसेज इन पब्लिक सर्विस डिलिवरी सार्वजनिक सेवा के वितरण में बेहतर गतिविधियां’ विषय पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। जिसमें लोक सेवकों द्वारा राज्य में किए जा रहे विभिन्न नवाचारों की चर्चा की गई। अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जनसहभागिता और नवाचार के माध्यम से कई समस्याओं का समाधान संभव है।

पंचायत समिति पावटा में विकास अधिकारी प्रशिक्षु आईएएस सुश्री प्रतिभा वर्मा ने कहा कि आंकडों का संग्रहण कर व्यवस्थित करने से कमियां और खूबियां एक साथ सामने आ जाती है, जोकि बेहतर निर्णय करने में मदद करता है। उन्होंने ऑपरेशन संबंल का उदाहरण देते हुए बताया कि अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों के लिए रैकिंग सिस्टम से पंचायत स्तर पर प्रोत्साहित किया गया जिससे बेहतर नतीजे सामने आए।

ब्यावर में सहायक पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षु आईपीएस श्री सुमित मेहरड़ा ने राज्य में पब्लिक फ्रैंडली पुलिसिंग की ओर बढ़ते कदमों के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। जिसमें उन्होंने राज्य में पुलिस द्वारा किए जा रहे विभिन्न नवाचारों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा की राजकॉप सिटिजन एप पब्लिक और पुलिस के मध्य कड़ी का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस से जुड़े अधिकतर कार्य ऑनलाइन ही किए जा रहें हैं। उन्होंने मॉडल पुलिस स्टेशन, सुरक्षा सखी और पुलिस स्टेशन में स्वागत कक्ष स्थापित करने संबंधी विभिन्न नवाचारों के बारे में बताया।

अलवर डीएफओ श्री अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने जिले में किए गये नवाचारों की चर्चा करते हुए अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि आम लोगों को वनों से जोड़कर वनों को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वनों से विलुप्त हो रही प्रजातियों को बचाने के प्रयास किए जा रहें हैं। साथ ही, जिला प्रशासन के साथ मिलकर अवैध खनन को रोकने के भी प्रयास किए जा रहें हैं। उन्होंने कहरानी, हर्बल गुलाल और सीड़ बाल संबंधी अभियानों का विस्तार से जिक्र करते हुए कहा कि जनसहभागिता के माध्यम से वनों को बचाया जा सकता है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद जैसलमेर श्रीमती टी. शुभमंगला ने कहा कि जैसलमेर पशु बाहुल्य जिला है एवं पशुपालकों के पशुधन को चारा उपलब्ध कराने के लिए चारागाह विकास बहुत ही जरुरी है। इसके लिए चारागाह भूमि पर घास के उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही, कैर और खेजड़ी को लगाने पर भी जोर दिया जा रहा है और थेपड़ी विधि से पौधारोपण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कार्यों को जनसहभागिता, नरेगा और सीएसआर के माध्यम से किया जा रहा है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अजमेर श्री विकास सांगवान ने राज्य में पुलिस के द्वारा किए जा रहे तकनीक के प्रयोग पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस से जुड़े अधिकतर कार्य ऑनलाइन ही हो रहें हैं। लोगों को पुलिस स्टेशन आने की आवश्यकता पहले के मुकाबले काफी कम हो गई है। उन्होंने कहा कि वाहन, दस्तावेज के चोरी हो जाने पर भी ऑनलाइन ही एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है। यहां तक कि, पासपोर्ट संबंधी पुलिस से जुड़े कार्यों के लिए भी ऑनलाइन ही अप्लाई किया जा सकता है। उन्होंने राज्य पुलिस द्वारा साइबर क्राइम और अभय कमांड एवं कंट्रोल सेंटर्स पर किए जा रहे कार्यों को भी विस्तार से बताया।

टोंक डीएफओ श्री श्रवण कुमार रेड्डी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि सिविल सेवक को हर दिन कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन जनसहभागिता से ज्यादातर समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।

सहायक कलक्टर चूरू प्रशिक्षु आईएएस डॉ. धीरज कुमार सिंह लक्ष्मी बिटिया योजना के बारे में प्रस्तुतिकरण देते हुए बताया कि इस योजना के तहत जिस परिवार में लड़की पैदा होती है उसे पात्रता के अनुसार राज्य सरकार की 10-15 योजनाओं से एक साथ जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी के माध्यम से सर्वे कराकर पात्र परिवार की जानकारी संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भेजी जाती है और पात्रता के अनुसार परिवार को लाभान्वित किया जाता है।

सहायक कलक्टर नागौर प्रशिक्षु आईएएस श्री मृदुल सिंह ने मिशन संपूर्ण के बारे में बताते हुए कहा कि इस मिशन के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना  के तहत जिन परिवारों को घर बनाने के बाद नए घर के लिए पात्रता के अनुसार टांका, अनाज और गैस सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाता है।

उपखंड अधिकारी चाकसू डॉ. गोरधन लाल शर्मा ने जिला कलक्टर जयपुर द्वारा चलाए जा रहे आपरेशन संबल के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के तहत उन लोगों की पहचान कर लाभ दिया जा रहा है जो पात्रता रखते हुए भी योजनाओं से नहीं जुड़े हुए है। इसके साथ ही उन्होंने लोक सेवकों द्वारा राज्य में किए गये विभिन्न नवाचारों के बारे में भी बताया।

इस अवसर पर विभिन्न सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही प्रशिक्षु अधिकारी भी मौजूद रहे।