बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग छात्रावास, प्रत्येक पर ढाई करोड़ की लागत
विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में अल्पसंख्यकों के बहुआयामी उत्थान के लिए व्यापक स्तर पर बेहतर एवं भरसक प्रयासों में जुटी हुई है तथा इस दिशा में राजस्थान निरन्तर प्रगति पर रहते हुए अग्रणी पहचान बना रहा है।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं की शिक्षा-दीक्षा और आवश्यक सुविधाओं तथा संसाधनों के माध्यम से शैक्षिक विकास के साथ ही युवाओं तथा जरूरतमन्दों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास के प्रशिक्षणों से भी जोड़कर उनकी तकदीर को सँवारने के प्रयास किए जा रहे हैं। इनमें कहीं भी किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। आगामी समय में अल्पसंख्यक उत्थान के लिए और अधिक कोशिशों को मूर्त रूप दिया जाएगा।
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने रविवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय पर अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए ढाई-ढाई करोड़ रुपए की लागत वाले अलग-अलग छात्रावासों के शिलान्यास समारोह में यह उद्गार व्यक्त किए। 50-50 छात्र-छात्राओं की आवासीय क्षमता वाले इनमें से प्रत्येक छात्रावास में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
समारोह में अतिथियों के रूप में उपस्थित जैसलमेर विधायक रूपाराम एवं नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने भी संबोधित किया।
भूमि पूजन किया, शिलान्यास पट्टिकाओं का अनावरण
अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद एवं अतिथियों विधायक रूपाराम तथा सभापति हरिवल्लभ कल्ला एवं उप सभापति खींवसिंह आदि ने भूमि पूजन कर दोनों छात्रावासों की आधारशिला रखी तथा शिलान्यास पट्टिकाओं का अनावरण किया। भूमि पूजन विधि पं. अजय बिस्सा ने पूर्ण कराई।
4 मदरसा कार्यों का भी शिलान्यास
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने इस अवसर पर जिले में विभिन्न स्थानों पर बनने वाले 4 मदरसों की शिलान्यास पट्टिकाओं का भी अनावरण किया। उल्लेखनीय है कि जैसलमेर जिले में मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना में इन्हें मिलाकर कुल 8 मदरसों का कार्य स्वीकृत हुआ है। इन पर कुल 1 करोड़ 42 लाख 83 हजार रुपए की धनराशि स्वीकृत है।
अल्पसंख्यक उत्थान के चैतरफा प्रयास जारी
अपने उद्बोधन में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए चैतरफा सार्थक प्रयास कर रही है। प्रदेश भर में इस दिशा में काम हो रहा है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ की और उनका तहे दिल से आभार जताया।
शैक्षिक विकास पर फोकस
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक बालक-बालिकाओं को शैक्षिक विकास के लिए सभी बुनियादी जरूरतों और सुविधाओं की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए योजबनाद्ध प्रयास किए गए हैं। विद्यार्थियों को आवासीय सुविधा के लिए छात्रावासों का निर्माण कराया जा रहा है। प्रति छात्रावासी विद्यार्थी पर व्यय में बढ़ोतरी की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रयास यह किया गया है कि प्रदेश भर में अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए एक भी क्षेत्र ऎसा नहीं रहे जहां छात्रावास न हो। जहां सरकारी छात्रावास उपलब्ध नहीं होगा, वहां स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से इनका संचालन होगा। आने वाले समय में हर उपखण्ड स्तर पर अल्पसंख्यक वर्ग के लिए छात्रावास की सुविधा मुहैया होगी।
सीएससी का निर्माण होगा
उन्होंने बताया कि डेढ़ करोड़ रुपए की धनराशि से कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) बनाए जाने की योजना है। इसके लिए भूमि उपलब्धता की कार्यवाही जारी है। इसमें कौशल विकास से संबंधित गतिविधियों का प्रशिक्षण देकर जरूरतमन्दों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इसी प्रकार मॉडल स्कूलों की तर्ज पर अल्पसंख्यकों के लिए आवासीय विद्यालयों का निर्माण कराया जाएगा।
मदरसा विकास के लिए ठोस काम
उन्होंने मदरसों के लिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराने, प्राथमिकता के आधार पर भवन निर्माण आदि की जानकारी देते हुए सभी संबद्धजनों से कहा कि जब भी ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया आरंभ हो, इसके लिए पहल करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मॉडल मदरसों की थीम को साकार किया जाना चाहिए। मदरसा एक्ट बन जाने की बात दोहराते हुए केबिनेट मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में इसका फायदा मिलने लगेगा।
कोरोना से बचें, बचाएं
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने कोरोना से संबंधित गाईडलाईन का पूरा-पूरा पालन कड़ाई से करने का आह्वान किया और कहा कि सरकार अपने सामाजिक सरोकारों के निर्वहन के प्रति गंभीर है लेकिन जनता को भी इस दिशा में सतर्क एवं गंभीर रहना चाहिए।
शानदार बजट के लिए सीएम की सराहना
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट को सर्वत्र सराहा गया है और इसे शानदार बजट बताते हुए हर वर्ग व हर क्षेत्र में तारीफ हुई है। इससे राजस्थान के विकास को नई रफ्तार मिलेगी। बजट में अल्पसंख्यकों के हितों का विशेष ध्यान रखा गया है। इसके लिए पृथक से 100 करोड़ का कोष दिया गया है। इसी प्रकार किसानों के कल्याण की दिशा में व्यापक सोच के साथ काम किया जा रहा है और इसी के मद्देनजर किसानों के लिए पृथक से बजट पेश करने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि जैसलमेर जिले के पर्यटन विकास सहित तरक्की के तमाम आयामों पर विशेष फोकस किया जा रहा है।
अल्पसंख्यक प्रतिभाओं का होगा विकास
जैसलमेर विधायक रूपाराम ने सामाजिक उत्थान के शिक्षा को सर्वोपरि बताया और कहा कि विद्यार्थियों के सुनहरे भविष्य निर्माण के लिए शैक्षिक स्वस्थ माहौल, आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता, समुचित सुविधाएं तथा प्रोत्साहन सर्वोपरि अनिवार्य आवश्यकता है और इसके लिए सरकार हरसंभव कोशिशों में जुटी हुई है। इन छात्रावासों से अल्पसंख्यक वर्ग की प्रतिभाओं के विकास में नए आयाम स्थापित होंगे।
छात्रावास होंगे शहर के गौरव
नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने जैसलमेर शहर में अल्पसंख्यक बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग छात्रावासों के निर्माण का स्वागत किया और इसे नगर के लिए गौरव की संज्ञा दी।
स्वागत भाषण में अल्पसंख्यक मामलात विभाग के सहायक निदेशक सुरेन्द्र शर्मा ने अल्पसंख्यक मामलात विभाग द्वारा जैसलमेर जिले में संचालित गतिविधियों का संक्षिप्त परिचय दिया।
आरंभ में विभागीय सहायक निदेशक सुरेन्द्र शर्मा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता हरिसिंह राठौड़, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शहजाद अहमद एवं केसाराम पंवार ने अतिथियों का माल्यार्पण किया तथा जैसलमेरी साफा बांध कर अभिनंदन किया।
शिलान्यास समारोह का संचालन रंगकर्मी एवं मंच संचालक विजय बल्लाणी ने किया जबकि आभार प्रदर्शन की रस्म सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता हरिसिंह राठौड़ ने अदा की।
भावभीनी अगवानी, तहेदिल से स्वागत
समारोह स्थल पहुंचने पर मदरसा में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने पुष्प पंखुड़ियों की वृष्टि कर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री का स्वागत किया। गुणसार संस्थान के लोक कलाकारों ने लोक वाद्यों की सुमधुर स्वर लहरियों व ढोल की थाप पर स्वागत किया।