सीएचसी व नए कोविड केयर सेंटर पर बढ़ाए गए 55 नए कोविड बेड, जिसमें 30 है आॅक्सीजनयुक्त बेड

अस्पतालों में अब नही है रेमडेसिविर व आॅक्सीजन की कमी

नागौर 19 मई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण टीम द्वारा नागौर में मिशन अगेंस्ट कोरोना के तहत सुदृढ़ स्वास्थ्य तंत्र विकसित किया जा रहा है। जिला आॅक्सीजन कमेटी के अध्यक्ष व सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई ने बताया कि सभी कोविड अस्पतालों में मरीजों के उपचार में उपयोग होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिले के अस्पतालों में इस इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है तथा सभी कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों को आवश्यकता व मांग के अनुसार इस इंजेक्शन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। धीरे-धीरे हालात सामान्य होते जा रहे है। अस्पतालों में कोविड बेड पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। आॅक्सीजन सिलेंडर व आॅक्सीजन कंसंट्रेटर की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मेहराम महिया ने बताया कि अस्पतालों में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर में बढ़ोतरी हुई है। जिससे बुधवार को जिले में एक ही दिन में 61 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इस प्रकार अब कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बेड भी पर्याप्त मात्रा में जिला मुख्यालय सहित प्रत्येक सीएचसी स्तर पर भी उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो पर कोविड मरीजों की चिकित्सा हेतु बेड आरक्षित करने के साथ ही नए कोविड केयर सेंटर शुरु किए गए है। इसमें कोरोना मरीजों हेतु बुधवार को 55 नए बेड आरक्षित किए गए है। जिसमें गच्छीपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 अतिरिक्त बेड आरक्षित किए गए है, जिनमें 5 आॅक्सीजनयुक्त बेड है। वहीं बडू, परबतसर में 10 अतिरिक्त बेड आरक्षित किए गए है, जिनमें 5 आॅक्सीजनयुक्त बेड है। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोरावड़ में 10 नए बेड आरक्षित किए गए है, जिसमें 5 आॅक्सीजनयुक्त बेड है। वहीं गोटन सीएचसी में भी 10 नए बेड आरक्षित किए गए है, जिसमें 5 आॅक्सीजनयुक्त बेड हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बासनी में 15 नए बेड आरक्षित किए गए है, जिसमें 10 आॅक्सीजनयुक्त बेड है।
इस प्रकार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व कोविड केयर सेंटर पर अब कुल कोरोना आरक्षित बेड 381 से बढ़ाकर 436 कर दिए गए है। वहीं 238 आॅक्सीजन सर्पोटेड बेड की संख्या बढ़कर 268 हो गई है।