ग्राम इंदास व गोगेलाव में कुपोषित बच्चों को वितरित किए पोषक किट

अभियान लाडेसर के तहत सेवा भारती ने प्रदान किए

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। निकटवर्ती ग्राम इंदास में सोमवार को जिला प्रशासन की टीम के मार्गदर्शन में आईसीडीएस, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग के समन्वित कार्यक्रम अभियान लाडेसर के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सेवा भारती के सहयोग से शहीद प्रभुराम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 12 कुपोषित बच्चों को लाडेसर पोषण किट प्रदान किए गए।

आईसीडीएस, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग के सहयोग से जिले में सर्वे के माध्यम से कुपोषित बच्चों की पहचान की जा रही है, जिन्हें विभागीय पोषाहार के अतिरिक्त भामाशाह द्वारा प्रदत लाडेसर पोषण किट वितरित किए जा रहे हैंै। सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत ने अपने संबोधन में कहा कि इस किट में चना, मूंग, मोठ व अरहर की दाल, भूने चने, गुड़, मूंगफली एवं सोयाबीन का तेल शामिल है। रक्त की कमी वाली किशोरी बालिकाओं की सूची का संकलन कार्य भी किया जा रहा है। नागौर जिले में यह अभिनव पहल जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में की गई है। कमजोर शारीरिक क्षमता वाले कुपोषित बच्चों के कोरोना से अधिक प्रभावित होने की आशंका के चलते जिला प्रशासन द्वारा अभियान लाडेसर के माध्यम से 5 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से लाडेसर किट एवं 15 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा विभाग, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग तथा इससे अधिक उम्र की बालिकाओं को विभाग के माध्यम से दवा उपचार दिया जा रहा है, ताकि आयरन टेबलेट द्वारा उनमें रक्त की कमी को दूर किया जा सके।
कार्यक्रम के दौरान उपखंड अधिकारी अमित चैधरी ने कहा कि सभी नागरिकों को बिना किसी डर व आशंका के तथा जाति, आयु, वर्ग व विचारधारा से ऊपर उठकर सामूहिक रूप से शत प्रतिशत कोरोना वैक्सीनेशन करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वस्थ व समृद्ध राष्ट्र का आधार परिवार है तथा स्वस्थ परिवार का आधार बच्चे हैं। यह लाडेसर पोषण किट केवल कुपोषित बच्चों के लिए ही है। इससे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होगा। उन्होंने मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी अभियान को भी सामूहिक रूप से सफल करने का आह्वान किया, जिसमें कोरोना के विरुद्ध जागरूकता भी है और शत-प्रतिशत टीकाकरण तथा घर-घर सर्वे के आधार पर संदिग्ध लक्षणों वाले नागरिकों को होम आइसोलेशन में रखना तथा गंभीर मरीज को चिह्नित कर उनका उपचार कराने का अभियान शामिल है।
प्रधानाचार्य सारस्वत ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में सबके सहयोग से कोरोना हारेगा, ऐसा मानकर सामूहिक भाव से काम करना चाहिए। सभी नागरिकों को नियमानुसार निर्धारित पद्धति से अधिकतम टीकाकरण करवाना चाहिए। अभियान लाडेसर जिला कलक्टर द्वारा किया गया सराहनीय नवाचार है। कुपोषित बच्चों के लक्षणों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के नाखून को थोड़ा सा दबाने पर अगर वह लाल न होकर सफेद होते हैं तथा जीभ लाल के स्थान पर सफेद ही रहती है तथा आंख का सफेद भाग लालिमा वाला नजर जैसा नहीं दिखता है तो ऐसे बच्चों में रक्ताल्पता है। ऐसे बालक व बालिकाओं को स्वास्थ्य केंद्र में जाकर एएनएम के माध्यम से हिमोग्लोबिन की जांच करवानी चाहिए तथा अतिकुपोषित बच्चों को एमटीसी सेंटर के लिए रेफर करना चाहिए।
इसी प्रकार सेवा भारती के सहयोग से गांव गोगेलाव में भी 10 कुपोषित बच्चों को लाडेसर पोषण किट प्रदान किए गए। इस अवसर पर सेवा भारती तहसील अध्यक्ष रवि कुमार बोथरा, आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक अंजू शेखावत, पीईईओ लखेश कुमार देवड़ा, गोगलाव सरपंच प्रियंका कंवर तथा गिरधारीसिंह, पूरणमल व्यास, भवानीसिंह आदि मौजूद रहे। साथ ही आंगनबाड़ी आशा सहयोगिनी राजकुमारी प्रजापत, बाबू देवी सेन, सुमन सेन, सुनीता प्रजापत, किरण, एएनएम मैना ने भी सहयोग किया। एएनएम ललिता दवे द्वारा एमयूएसी टेप द्वारा बच्चों के कुपोषण से संबंधित जांच करने की भी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर नागौर उपखंड अधिकारी अमित चैधरी, सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत, बीसीएमओ डाॅ. महेंद्र मीणा, एसीबीईओ महबूब खान, भवाद सरपंच मांगीलाल सांगवा, एसडीएमसी के अध्यक्ष निंबाराम मांजू, दुकोसी पीईईओ मनीष पारीक, सेवा भारती के तहसील अध्यक्ष रवि कुमार बोथरा व कार्यकर्ता ताराचंद बंसीवाल के मार्गदर्शन व देखरेख में यह कार्यक्रम संपन्न किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रधानाचार्य व भवाद पीईईओ सुरेंद्र सारस्वत ने कार्यक्रम की पृष्ठभूमि रखते हुए अधिकारियों व भामाशाह संगठन का परिचय करवाया। इस अवसर पर महिला पर्यवेक्षक शोभा टाक, भवानीसिंह राठौड़ व गांव के गणमान्य नागरिक तथा स्कूल के अध्यापक मौजूद रहे।