तालाबों की सुधरेगी हालत, ग्राम पंचायत स्तर तक होंगे विकास कार्य

पीढ़ियों तक काम आएंगे आज लगाए गए पौधे

नरेगा कार्यो की ली प्रगति रिपोर्ट

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलक्ट्रेट परिसर स्थित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में जिले की विभिन्न पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों के साथ वीडियों कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। जिसमें गांवो में स्थित तालाबों में पानी की आवक में बाधक बन रहे अवरोधक दूर करने, फीडर की सफाई व मरम्मत कार्य तथा तालाबों के समीप पौधरोपण आदि कार्य मानसून पूर्व प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए तथा नरेगा कार्यो की प्रगति रिपोर्ट ली।

बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने जिले के समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर तालाबों का निरीक्षण कर उनकी सफाई करवाने तथा बारिश के पानी की आवक में बाधक बन रहे अवरोधक हटवाने के लिए केचमेंट एरिया की सफाई तथा संबंधित मरम्मत कार्य समय पर पूर्ण करें, जिससे बारिश के समय तालाबों में पानी की भरपूर आवक हो सके। इसी प्रकार अतिक्रमण वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर उस स्थान से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अमल में लाई जाएं।

प्रत्येक ग्राम पंचायत में बने माॅडल तालाब

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने विकास अधिकारियों से संवाद करते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत में माॅडल तालाब विकसित करने तथा क्षेत्र के प्रत्येक तालाब का विकास कर तालाब के समीप अधिक से अधिक पौधरोपण करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान चौधरी ने कहा कि जिले में काफी संख्या में तालाब है, इसके लिए जिला कलक्टर के निर्देशानुसार पौधरोपण कार्य को एक अभियान के रुप में लेकर गांवों में जनप्रतिनिधियों व भामाशाहों के सहयोग से कार्य करें। चौधरी ने कहा कि तालाबों तथा केचमेंट एरिया की साफ-सफाई तथा मरम्मत का कार्य सही ढंग से किया जाएं, जिससें पानी की आवक अच्छी हो और कम बारिश में भी तालाब भरा जा सके। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार भामाशाहों व जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेकर मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी व लाडेसर अभियान को सफल बनाया गया, उसी प्रकार पौधरोपण व तालाबों के विकास कार्य को भी आमजन का सहयोग लेकर सफल बनाएं। इसके लिए प्रत्येक गांव में गणमान्य नागरिकों व सामाजिक संस्थाओं को जोड़कर कार्य करवाया जा सकता है। इस प्रकार वर्तमान में लगाए गए पौधे पीढियों तक काम आएंगे। पौधों तक पर्याप्त पानी पहुंचाने के लिए नरेगा कार्यो के तहत टांको का निर्माण भी करवाया जाएं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक माॅडल तालाब पर करीब 200 पौधे लगाएं जाएंगे। चौधरी ने कहा कि नरेगा कार्य के तहत जरुरतमंद लोगों तक रोजगार पहंुचे तथा महिला मेट की संख्या बढाई जाएं। लेकिन इस बात का ध्यान रखे कि कार्यस्थल पर निर्धारित संख्या से अधिक श्रमिकों को कार्य पर नही लगाया जाएं तथा कोरोना गाइडलाइन की पालना अनिवार्य रुप से करवाई जाएं।

जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि अनलाॅक के बाद अब सभी कार्य यथावत शुरु हो गए है तथा सभी कार्यालय भी खुल गए है। इस प्रकार अब सभी कर्मचारियों को व्यवस्थित रुप से कार्य करते हुए कोरोना गाइडलाइन की भी पालना करनी है। इस दौरान उन्होंने जिले में लाडेसर अभियान के तहत किए गए करीब तीन लाख बच्चों के सर्वे कार्य की सराहना की।

विकास अधिकारी अभियान के रुप में करें कार्य
बैठक के दौरान डाॅ सोनी ने कहा कि समस्त विकास अधिकारी भी अपने स्तर पर एक अभियान चलाकर विकास कार्य करवाएं, जिससे प्रदेश में एक अच्छा संदेश जाएं। इसके लिए नरेगा के माध्यम से गांव में विकास कार्य करवाते हुए तालाब के आसपास पौधरोपण कर गांवों के तालाबों के आसपास के क्षेत्र को हरा-भरा किया जा सकता है तथा ग्रामीणों को गर्मी के समय पानी की किल्लत से निजात दिलाई जा सके। इसके साथ ही श्रमदान द्वारा तालाबों की दशा सुधारी जा सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि तालाब के किनारे बनी प्राचीन छतरियां, पनघट आदि की मरम्मत करवाकर तालाबों का सौदंर्यकरण करवाया जाएं। वर्तमान में गर्मी के समय ग्रामीण क्षेत्र में पानी की खपत बढ जाती है तथा एकमात्र पानी का स्रोत तालाब ही साधन के रुप मंे रहता है, इसलिए तालाबों का विकास करना जरुरी हो गया है। इसके लिए प्रत्येक गांव में तालाब मित्र बनाकर उनका सहयोग लिया जा सकता है। इस प्रकार जो तालाब मित्र या भामाशाह सहयोग के लिए आगे आकर अच्छा कार्य करेंगे उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।

वी-केयर पर दे विशेष ध्यान

इस प्रकार वीसी के माध्यम से सभी विकास अधिकारियों को अपनी पंचायत समिति क्षेत्र में कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के लिए चलाए जा रहे वी-केयर अभियान पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया। इसके लिए अनाथ लड़कियों के लिए न्यूनतम 21 हजार व लड़को के लिए न्यूनतम 11 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान करवाने के लिए कर्मचारियों व भामाशाहों को आगे आने के लिए कहा गया। इसके साथ ही जिला कलक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर होने वाली बैठक जारी रहेगी तथा कोरोना के लिए स्थापित कंट्रोल रुम की समस्याओं का समाधान करने के साथ साथ रुटीन के कार्य भी किए जाएंगे।