गतिविधियां अनेक, मिशन एक- तम्बाकू मुक्त नागौर

जिले के विद्यालयों में एंटी टोबेको और सरकारी कार्यालयों को तम्बाकु मुक्त परिसर बनाने का अभियान

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिले की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, ढाणी मामडोली में विद्यार्थियों ने अपनी तुलिका ने पोस्टर ऐसी-ऐसी तम्बाकू रोधी आकृतियां व श्लोगन उकेरे, जो हर किसी को आकर्षक लगे। विद्यार्थियों को इस प्रतिभा के लिए पुरस्कृत भी किया गया।
इसी प्रकार राजकीय माध्यमिक विद्यालय, जैजासनी में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर टीमों की ओर से विद्यार्थियों को स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और नशावृति से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया गया। वहीं दूसरी ओर सरकारी विद्यालयों और सरकारी कार्यालयों को तम्बाकू मुक्त परिसर घोषित करने संबंधी बैनर व पोस्टर लगाए गए। यह तो महज उदाहरण है, मिशन तम्बाकू मुक्त नागौर के तहत जिले में विभिन्न तरह की जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही है।


जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस अभियान में प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, अध्यापक से लेकर विद्यार्थियों सहित विभिन्न स्वयंसेवी संगठन भी आगे आकर अपनी भूमिका निभा रहे है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सम्पतराम ने बताया कि मिशन नशा मुक्त नागौर के तहत शुक्रवार को भी जिले के सरकारी विद्यालयों में एंटी टोबेको कैम्पेन की गतिविधियां जारी रही। जिले के समस्त ब्लॉकों के सीबीईओ की ओर से एंटी टोबेको कैम्पेन की गतिविधियों की मॉनिटरिंग की गई और उन्होंने सहभागिता भी निभाई। उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थानों में एंटी टोबेको कैम्पेन के तहत तम्बाकू नियंत्रण को लेकर विद्यार्थियों की शपथ, चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, नारा लेखन प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता सरीखी गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें प्रतिभागी विद्यार्थियों की प्रतिभा को सराहा गया।


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशानुसार जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और विद्यालयों को तम्बाकु मुक्त संस्थान घोषित करने की मुहिम चल रही है। इसके तहत जिले के सभी सरकारी संस्थानों में तम्बाकू मुक्त संस्थान- धूम्रपान निषेध क्षेत्र का बैनर चस्पा किया जा रहा है, जिसमें कोटपा एक्ट के तहत दिए गए प्रावधानों की जानकारी दी गई है। जिला एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान ने बताया कि अभियान के तहत जिले में अब तक 2800 से अधिक सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान एवं धूम्रपान निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया है। साथ ही इन सभी शिक्षण संस्थानों में तम्बाकू मुक्त संस्थान- धूम्रपान निषेध क्षेत्र का बैनर चस्पा किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जिला एवं ब्लॉक स्तर पर विभिन्न सरकारी विभागों के कार्यालयों में भी तम्बाकू मुक्त संस्थान- धूम्रपान निषेध क्षेत्र का बैनर लगाए गए हैं। संस्थानों में लगाए जा रहे उक्त पोस्टर में बताया गया है कि तम्बाकू उत्पादों का प्रयोग करना दण्डनीय अपराध है, उल्लंघन करने वालों पर 200 रूपए तक का जुर्माना किया जा सकता है। साथ ही कोई भी व्यक्ति यदि आगे आकर तम्बाकू छोड़ना चाहता है तो उसे संपर्क करने के लिए टोल फ्री नं. भी उक्त बैनर/पोस्टर में दिए गए है।

साथ ही उक्त पोस्टर/बैनर में संबंधित सरकारी संस्थान के अभिहित अधिकारी द्वारा अपना नाम, पद नाम तथा मोबाइल नं. भी अंकित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत माह की अंतिम तारीख पर नो टोबेको डे मनाया जाएगा। इसके तहत जिले में किसी भी सार्वजनिक स्थान पर खुले में तम्बाकू पदार्थ का सेवन करने अथवा बिक्री करते हुए पाए जाने वाले व्यक्ति के विरूद्ध कोटपा एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।