गुरु जीवन को बचाता है उसको मानने वाला संवर जाता है – पंडित रविप्रकाश : रामकथा में आज शिवबाड़ी मठ के अधिष्ठाता विमर्शानंद जी भी पहुंचे

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। वल्लभ गार्डन स्थित हेम मंजरी भवन में मानस प्रेमियों द्वारा चल रही श्री रामकथा में आज कथा वाचक शिवबाड़ी मठ के पूर्व महंत के शिष्य आदरणीय पंडित श्री रवि प्रकाश शर्मा ने कहा की गुरु का जीवन में बहुत महत्व है जो गुरु को मानता है और उसके कहे अनुसार चलता है उसका जीवन संवर जाता है गुरु हमेशा सभी का भला करते है अब मनुष्य पर निर्भर करता है की आप किस दिशा जाना चाहते हो प्रसंग सुनाते हुए पंडित शर्मा ने कहा की एक राजा के सामने us प्रजा के सबसे बड़े व्यापारी को उसका गुरु डंडे से मार रहा था तब राजा क्रोधित हुआ और उसने कहा की ये क्या पाखंड है व्यापारी हाथ जोड़ कर गुरु के सामने कहता है की मेरा जुर्म क्या है ये बताओ तो गुरु बोला अभी चुप रहो या तो डंडे खाओ या फिर सड़े अमरूद गुरु की इच्छा के आगे व्यापारी सड़े अमरूद खाने लगता है राजा और क्रोधित हो जाता है और वो गुरु को पकड़ने का आदेश देने वाला होता ही है तभी व्यापारी को उल्टियां होने लगती है और उसके पेट से उल्टी के साथ सांप निकलता है सभी अचंभित हो जाते है राजा और व्यापारी दोनो हैरान होकर गुरु की तरफ देखते है तब गुरु बोलते है की मेरे ध्यान के समय इस पेड़ के नीचे प्रतीक्षा करते हुए व्यापारी को नींद आ गई और गहरी नींद में सांप उसके पेट में चला गया इसको पता नही चला और ये इन दो ही तरीको से बाहर आ सकता था या तो लाठियो की मार से या सड़े फलों के सेवन के बाद उल्टियों से राजा और व्यापारी हाथ जोड़कर गुरु के चरणों में लेट गए तब सबको समझ आया की गुरु बिना कहे इसको क्यों मार रहे थे अगर मारने से पहले बता देते तो व्यापारी भय से मर जाता और उसको बचाना भी जरूरी था क्योंकि वो तो गुरु के इंतजार में नींद में चला गया था तभी राजा ने उक्त गुरु को उस प्राज्य का कुल गुरु घोषित कर दिया कहने का अभिप्राय यह है की गुरु सबका भला करते है ठीक वैसे ही जो भगवान राम के शरणागत हो जाता है उसका कल्याण स्वय मर्यादा पुरषोत्तम राम करते है

शिवबाड़ी के अधिष्ठाता विमर्शा नंद जी महाराज ने कहा की भगवान राम एक ऐसे व्यक्तित्व है जिन्होंने मानव जीवन को कैसे जिया जाए जिस से जीवन अमृत बन जाए उसको सिखाने स्वय धरती पर अवतरित हुए भगवान राम का जीवन मनुष्य को तप, संयम, सेवा और समर्पण का मोल समझाता है अतः रामकथा किसी धर्म विशेष के लिए नही संपूर्ण मानव जाति को श्रेष्ठ करने का बड़ा ग्रंथ है और बड़ी प्रसन्नता है की पंडित रवि प्रकाश के स्वर जो उनके मुखारबिंद से निकल रहे है उनमें जो मिठास है वो आपको भगवान के समक्ष खड़ा पाती है

राम कथा समिति की प्रवक्ता समाजसेवी कामिनी विमल भोजक मैया ने कहा की 3 जुलाई गुरु पूर्णिमा से चालू हुई रामकथा में लगातार बड़ी तादाद में महिला पुरुष लाभ ले रहे है आज तो बड़ा शुभ दिन था जब दो दो संतो के आशीर्वचन से यह पूरा क्षेत्र पवित्र हुआ
कामिनी विमल भोजक मैया ने कहा की 11 जुलाई तक चलने वाली इस रामकथा का आयोजन दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक होता है और रोजाना शाम को महाआरती और प्रशाद का आयोजन होता है