पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारियों का प्रथम प्रशिक्षण : नागौर, डीडवाना, कुचामन तथा मेड़ता में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान अधिकारियों व पीठासीन अधिकारियों का प्रथम प्रशिक्षण आयोजित हो रहा है।

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अमित यादव ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य मतदान प्रक्रिया की बारीकी और तकनीकी पक्षों को स्पष्ट करना है ताकि कार्मिक गंभीरता से प्रशिक्षण लेते हुए अपनी जिज्ञासाओं के संबंध में ट्रेनर्स से सवाल करें और यदि कोई कार्य समझ नहीं आता है तो उसके संबंध में पुनः जानकारी ली जाए।

इसके तहत बलदेव राम मिर्धा राजकीय महाविद्यालय, नागौर, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मेड़ता, श्री बांगड़ राजकीय महाविद्यालय डीडवाना तथा भंवरीदेवी रामजीवन काबरा महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय, कुचामन सिटी में शुक्रवार को पीठासीन अधिकारी प्रथम तथा मतदान अधिकारियों का प्रथम प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

आदर्श आचार संहिता प्रकोष्ठ प्रभारी एवं राजस्व अपील अधिकारी नागौर रिछपालसिंह बुरड़क ने शुक्रवार को बलदेवराम मिर्धा राजकीय महाविद्यालय में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मतदान दल और चुनाव से जुड़े अधिकारी व कार्मिक आयोग के प्रति जवाबदेह हैं। मतदान कार्मिकों का व्यवहार और कार्य शैली निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपादन का आधार है। ऐसे में कार्मिक सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करें। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपेट की कार्यप्रणाली की जानकारी ली और हैंड्स आन ट्रेंनिंग को देखा। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे मतदान दल कार्मिकों से सवाल पूछ कर दी गई ट्रेनिंग के बारे में जाना।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व प्रशिक्षण प्रकोष्ठ प्रभारी सुरेश कुमार ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मेड़ता में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने मतदान अधिकारी एवं पीठासीन अधिकारियों से कहा कि मतदान केंद्रों के पास भीड़ जमा नहीं हो तथा केंद्र के 200 मीटर की परिधि में किसी भी प्रत्याशी का बूथ नहीं लगे यह भी सुनिश्चित किया जाए। मतदान दल अधिकारी दी जाने वाली चेक लिस्ट से मशीन की प्रक्रिया आदि कार्यों को अच्छी तरह जांच लें, जिससे मतदान दिवस पर उन्हें किसी प्रकार की तकनीकी समस्या का सामना न करना पड़े। प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन अधिकारियों द्वारा व्यक्त की गई जिज्ञासाओं का भी समाधान किया गया ।

मास्टर ट्रेनर मानाराम पचार ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मेड़ता में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में ईवीएम कार्यप्रणाली, वोटर वेरीफाईइबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संतुष्टि के लिए वीवीपेट की व्यवस्था की गई है इसके तहत मतदाता के अपनी पसंद के प्रत्याशी के सामने का बटन दबाने के साथ ही लाल लाइट जलने के दौरान पास ही रखी वीवीपेट मशीन से एक पर्ची बाहर आएगी इस पर्ची पर मतदाता के पसंद के प्रत्याशी का नाम क्रम संख्या और चुनाव चिन्ह दर्ज होगा। प्रशिक्षण प्रकोष्ठ प्रभारी अभिकर्ताओं की उपस्थिति में यह कार्यवाही सुनिश्चित करने के बाद कि मशीन पर पहले से कोई मत अंकित नहीं है इसके बाद मशीन में ग्रीन पेपर सील और स्वयं द्वारा हस्ताक्षरित विशेष टैग लगाए जाएंगे तथा ढक्कन बंद कर उसे टैग सील करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों को पोलिंग स्टेशन के बाहर की व्यवस्था, मॉक पोल, सी विजिल ऐप डाउनलोड करने के बारे में भी जानकारी दी गई तथा दोनों मशीनों को सील पैक करने की कार्यवाही समझाई गई। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर समिन्दर सक्सेना ने विभिन्न व्यवस्थाओं को संपन्न करवाया तथा इस दौरान नियुक्ति शाखा पोस्टल बैलट शाखा तथा पहचान पत्र जारी करने वाली शाखा ने भी संबंधित ट्रेनिंग दी।

वहीं बलदेव राम मिर्धा राजकीय कॉलेज में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर चिंरजीलाल ने बताया कि मतदान केंद्र पर मतदान के दिन मतदान प्रारंभ होने से 1 घंटे पूर्व पीठासीन अधिकारी प्रत्याशियों के अभिकर्ताओं के समक्ष मशीन की तैयारी प्रारंभ करेंगे तथा कंट्रोल यूनिट का स्विच ऑन करने पर उसके स्क्रीन पर एन पी 1 प्रदर्शित होगा इसके कुछ क्षण बाद स्क्रीन पर प्रत्याशियों की संख्या प्रदर्शित होगी ,इसका अर्थ यह होगा कि चुनाव में कितने प्रत्याशी मैदान में है। इसके पश्चात पीठासीन अधिकारी द्वारा टोटल का बटन दबाने पर स्क्रीन पर 0000 प्रदर्शित होगा जिसका अर्थ होगा कि मशीन पर पहले से कोई मत अंकित नहीं है ।