विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। बोरी-बंदर और ठाणे के बीच देश में पहली ट्रेन के चलने के उपलक्ष्य में भारतीय रेलवे हर साल रेलवे सप्ताह मनाता है। इस वर्ष दिल्ली मंडल ने 22 जून को अपना 66वां एवं 67वां रेलवे सप्ताह समारोह मनाया, जिसमें पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक श्री डिम्पी गर्ग ने की व एडीआरएम श्री अनिरुद्ध कुमार, श्री हमेंद्र कुमार, श्री वी. के. सिंह, श्री अनुपम सिंह और अन्य वरिष्ठ रेलवे अधिकारी और कर्मचारी, मान्यता प्राप्त यूनियनों के सदस्य भी स्टेट एंट्री रोड नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहे। मंडल रेल प्रबंधक द्वारा रेल कर्मचारियों (अधिकारियों और कर्मचारियों) को उनकी उत्क्रष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित करने के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। महाप्रबंधक स्तर पर रेलवे सप्ताह पुरस्कारों के दौरान, दिल्ली मंडल को सभी क्षेत्रों में महाप्रबंधक द्वारा ‘‘सर्वश्रेष्ठ कार्य निष्पादन’’ से सम्मानित किया गया तथा 12 अन्य शील्ड अवार्ड प्राप्त किए गए।
श्री गर्ग ने उपलब्धियों के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह वर्ष हमारे लिए विशेष रूप से उत्साहजनक रहा है। उन्होंने कहा कि सभी रेलकर्मी ट्रेन संचालन में सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी से अच्छी तरह वाकिफ हैं। हरित ऊर्जा पहल की दिशा में मंडल ने 1.293 मेगावॉट रूफटॉप सोलर प्लांट सिस्टम का प्रावधान किया है। इसके परिणामस्वरूप 14.15 लाख किलोवाट प्रति वर्ष की बचत हुई है, जो कि रूपयें 77.87 लाख प्रति वर्ष है। मंडल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 100 प्रतिशत रेल विद्युतीकरण हासिल करने वाला उत्तर रेलवे का पहला मंडल बन गया है। मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन पर 30.70 प्रतिशत लाइट कंट्रोल सिस्टम का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 13 समपारों को समाप्त कर दिया गया है और 23 सड़क के नीचे के पुलों व सीमित ऊंचाई के सबवे व सड़क के ऊपर पुलों का निर्माण किया गया है। कुल 534 किलोमीटर पर अनुभागीय गति बढ़ा दी गई है। गढ़ी-फारुख नगर सेक्शन पर 50 किमी प्रति घंटे से 75 किमी प्रति घंटे, नई दिल्ली-अंबाला सेक्शन पर 110 किमी प्रति घंटे से 130 किमी प्रति घंटे और पलवल-हजरत निजामुद्दीन-गाजियाबाद एवं अम्बाला-पानीपत-पलवल सेक्शन पर मालगाड़ियो की आवाजाही 75 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाई गई है। पिछले वित्तीय वर्ष में कुल 2.4 लाख पेड़ लगाए गए हैं।
उन्होने बताया कि दिल्ली मंडल के पानीपत रेलवे स्टेशन पर ‘‘एक स्टेशन एक उत्पाद’’ प्रोमोशनल कियोस्क लॉन्च किया गया। मंडल के शामली-टपरी सेक्शन पर विद्युत कर्षण शुरू कर दिया गया है। उत्तर रेलवे शताब्दी और वंदे भारत ट्रेनों में रेडियो सेवा के माध्यम से मनोरंजन प्रदान कर रहा है। रेल मंत्रालय को माननीय प्रधान मंत्री के ‘‘मिशन कर्मयोगी’’ के शुभारंभ के लिए पांच पायलट मंत्रालयों में से एक के रूप में चुना गया है, जो सरकारी अधिकारियों के क्षमता निर्माण के लिए भारत सरकार की एक प्रतिष्ठित परियोजना है, जिसका उद्देश्य एक के लिए उनके पेशेवर दृष्टिकोण को बदलना है। काम के प्रति अधिक नागरिक केंद्रित दृष्टिकोण और दिल्ली मंडल के अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों ने इस मिशन में भाग लिया। नवंबर 2021 के दौरान दिल्ली मंडल ने टिकट चेकिंग के माध्यम से 8.01 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त किया, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। मालभाडा की कमाई से रुपयें 3104.40 करोड़ जो पिछले वर्ष की समान अवधि (2459.58 करोड़ रुपये) की तुलना में 26.2 प्रतिशत की वृद्धि है। दिल्ली मंडल ने 27 सितम्बर 2021 को जींद और दिल्ली किशनगंज से उत्तर पूर्वी राज्य (असम) के सालछपरा और भंगा स्टेशन तक ‘‘संचय माला हाइब्रिड एक्सप्रेस’’ नामक एक अनूठी हाइब्रिड ट्रेन चलाई। ऐसी हाईब्रिड ट्रेन कई दशकों के बाद चली है। वित्तीय वर्ष के दौरान वाणिज्यिक गतिविधियों से गैर किराया राजस्व रूपयें 17.81 करोड़ रुपये की तुलना में, वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 2.014 करोड़ हुआ।
सामाजिक जिम्मेदारी के एक हिस्से के रूप में, रेलवे ने विकलांग बच्चों की देखभाल के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। ऐसी ही एक पहल में एन.आर.डब्ल्यू.डब्ल्यू.ओ. दिल्ली मंडल 1991 से नवचेतना स्पेशल स्कूल नाम से विशेष बच्चों के लिए एक स्कूल चला रहा है, जिसकी शुरुआत एक बच्चे से हुई थी और वर्तमान में 15 बच्चे है। मंडल रेल प्रबंधक ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कर्मचारियों को उनके 24 घण्टे कर्तव्य निर्वहन में सम्मानित करने में उनके परिवारों के योगदान की सराहना की।