विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। कोविड-19 की महामारी के खिलाफ जंग के निमित्त जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना के विरूद्ध संघर्ष से संबंधित कार्यों के क्रियान्वयन की प्रगति की जानकारी दी गई तथा निर्देश भी दिए।
स्वास्थ्य मार्गदर्शकों का लिया जाएगा सहयोग
जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चिकित्सा व्यवस्थाओं में कार्यरत स्वास्थ्य मार्गदर्शकों का सहयोग लेकर इलाज के लिए आने वाले मरीजों का चिरंजीवी योजना में अधिक से अधिक पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें। जिससे इस योजना में पात्र परिवारों व सदस्यों को निःशुल्क इलाज सुलभ हो सके। साथ ही डाॅ सोनी ने डीपीएम राजीव सोनी को निर्देश देते हुए कहा कि इन स्वास्थ्य मार्गदर्शकों के लिए वीडियो काॅफ्रेंस के माध्यम से ट्रेनिंग सत्र का आयोजन किया जाएं।
31 मई को तम्बाकू निषेध दिवस
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि “वल्र्ड नो टोबैको डे“ यानी तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर 31 मई को जिलेभर में विशेष अभियान चलाया जाएं। इस दौरान आमजन को तंबाकू से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी देते हुए इसके दुष्प्रभाव के बारे में जागरुक करें। जिससे वे तंबाकू के सेवन से दूर रह सकें तथा मुंह के कैंसर व ह्दय से जुड़ी विभिन्न बीमारियों, दंत रोगो आदि से खुद को व अपने परिवार के सदस्यों को सुरक्षित रख सकें। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में युवा तंबाकू के सेवन से कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो रहे है, जिसके इलाज के लिए उनके परिवार को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ता है।
उपखण्ड स्तर पर ऐंटीजन टेस्ट किट की संख्या बढाई
जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया को निर्देश दिए कि जिले में स्वास्थ्य सेवाआंे को और मजबूत करने के लिए चिकित्सको व नर्सिंगकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जाएं, ताकि मरीजों को सही समय पर उपचार मिल सके। सीएमएचओ डाॅ महिया ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में प्रत्येक उपखण्ड पर 400-400 रेपिड ऐंटीजन टेस्ट किट भिजवा दिए गए है। डॉ. महिया ने बताया कि ऐंटीजन टेस्ट किट द्वारा गांव-गांव कोरोना जांच की जाएगी। रेपिड ऐंटीजन टेस्ट किट से अब महज 20-25 मिनट में पता चल जाएगा कि जिसकी जांच हुई वह पॉजिटिव है या नेगेटिव। उन्होंने बताया कि इस जांच के बाद यदि कोई मरीज नेगेटिव आता है और लक्षण भी है तो उसका आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया जाएगा। मुख्यतः यह टेस्ट आईएलआई लक्षण वाले मरीजों का किया जाएगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शंकरलाल, एसीएमएचओ डाॅ. शीशराम चैधरी, सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत, रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मेहता मौजूद रहे।