कोविड-19 के लिए आयोजित जिला स्तरीय बैठक में लिया निर्णय अस्पताल में आॅक्सीजन की नहीं है कमी, सुरक्षा व अन्य सभी व्यवस्था माकूल करने के दिए निर्देश

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर । जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने जिले भर में कोविड-19 के रोगी एवं परिजनों के बीच नकारात्मकता से जिस प्रकार भय का माहौल व्याप्त हो रहा है उससे निजात पाने के लिए अस्पताल एवं प्रशासनिक अधिकारी सकारात्मकता का माहौल बनाये। अस्पताल में भर्ती रोगी एवं उनके परिजन भयभीत ना हो, रोगी जल्द ही इस संक्रमण से मुक्त होकर अस्पताल से सकुशल घर लोटे। उन्होने जिला मुख्यालय स्थित जेएलएन अस्पताल के कोविड वार्ड में सभी प्रकार की माकूल व्यवस्था बनाये रखने के लिए चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

डाॅ. सोनी ने अस्पताल के प्रभारी डाॅ शंकरलाल को इस बात की हिदायत दी कि कोरोना वार्ड में अनावश्यक रूप से परिजनो की भीड़ ना हो इसकी व्यवस्था के लिए सुरक्षा प्रहरी की व्यवस्था अतिरिक्त की जाए और इस वार्ड में रोगियों के पास उनके परिजन दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक ही आ-जा सकते है। वार्ड में जाते वक्त परिजन पीपीइ किट पहनकर प्रवेश करेगें और कोविड-19 की सोशियल डिस्टेंस का पूरी तरह से पालन करेगें। इसके अलावा उन परिजनो को रोगियों के पास जाने के लिए अस्पताल से पास जारी किया जाएगा जिसके बिना कोई परिजन वार्ड में प्रवेश नही कर सकेगा। जिला पुलिस अधीक्षक ने इस वार्ड में अतिरिक्त पुलिस व्यवस्था के लिए भी अपने विभाग को आवश्यक निर्देश दिए है और जरूरत पडने पर होमगार्ड की सेवाए भी ली जा सकेगी। अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस 24 घंटे चाक चैबंद रहेगी और कोविड वार्ड एवं आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट की देखरेख पूरी तरह से करेगी।

आॅक्सीजन एवं रेमडीसीविर इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता

जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने इस बात का विश्वास दिलाया कि जेएलएन अस्पताल एवं पूरे जिले में रोगियों के लिए आॅक्सीजन सिलेंडर एवं रेमडीसीविर इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था कर दी है। डीडवाना एवं नागौर के आॅक्सीजन प्लांट में पर्याप्त आॅक्सीजन निर्मित की जा रही है। बीकानेर से आज रात्रि तक 100 आॅक्सीजन सिलेंडर नागौर पहुंच रहे है एवं अजमेर से भी जिले के अन्य अस्पतालों के लिए सिलेंडरो की व्यवस्था की जा रही है इसके अलावा अन्य जिलों से लगातार आॅक्सीजन सप्लाई करवाकर जिले के अस्पतालों में आरक्षित भंडारण भी किया जा रहा है। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को डाॅ. सोनी ने निर्देश दिए कि वे प्रतिदिन रेमडीसिविर इंजेक्शन की मांग को जिला प्रशासन की जानकारी में लाए, जिसकी आवश्यक व्यवस्था समय से पूर्व कर दी जाएगी।

कोविड गाइडलाइन की पालना कडाई से की जाए

जेएलएन अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार एवं अस्पताल के भीतर अन्य सभी स्थानों पर आने जाने वाले लोगों को बिना मास्क लगाए प्रवेश न करने दिया जाए इसके लिए पूरी व्यवस्था की देखरेख के लिए वहा कार्यरत सुरक्षाकर्मियों के साथ साथ अस्पताल के स्टाॅफ को भी सख्त निर्देश दिए है। अस्पताल में आने वाले कोविड जांच के लोगों को जांच के दौरान ही मेडिकल किट अनिवार्य रूप से दिए जाने की आवश्यक व्यवस्था की गई है जिससे नेगेटिव और पाॅजिटिव जांच रिपोर्ट आने से पूर्व ही वे अपने इलाज से जुड जाए और गंभीर ना होने पाए। कोविड जांच की रिपोर्ट समय पर मिल जाए इसके लिए अस्पताल में हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है जिसके जरिए जांच रिपोर्ट की उपलब्धता की जानकारी मिल सकेगी।

नागौर जिले में नगर परिषद एवं नगरपालिका अपने स्तर पर मोक्ष वाहिनी का निःशुल्क प्रबंध करेगी जिसके माध्यम से कोरोना से पीड़ित की मृत्यु होने पर इस वाहन के जरिए शव का अंतिम संस्कार कोविड नियमों की पालना के अन्तर्गत कराया जाएगा।

जेएलएन अस्पताल में प्रशासनिक अधिकारी प्रतिदिन 3 बार व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए जाएगें तथा इन अधिकारियों के लिए अस्पताल के मीटिंग हाॅल में रूकने की एवं समीक्षात्मक जानकारी लिए जाने की व्यवस्था भी की गई है। अस्पताल में कोरोना वार्ड में चिकित्सकों की रात्रिकालीन सेवाओं के लिए समुचित व्यवस्था के भी निर्देश दिए गए है।

बैठक में पुलिस अधीक्षक श्वेता धनकड़, अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जवाहर चैधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, उपखण्ड अधिकारी नागौर अमित चैधरी, उपखण्ड अधिकारी खींवसर राजकेश मीणा, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, पुलिस उप अधीक्षक विनोद कुमार, रीको महाप्रबंधक विपोन मेहता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे